भारत की ड्रोन ताकत में बढ़ोतरी: युद्ध की नई दिशा!

नई दिल्ली: ड्रोन वॉरफेयर ने युद्ध की प्रकृति को पूरी तरह से बदल दिया है। आज के समय में ड्रोन न केवल दुश्मन पर हमला करने के लिए, बल्कि दुश्मन की गतिविधियों पर निगरानी रखने, सूचना जुटाने और शत्रु को रणनीतिक रूप से मात देने के लिए महत्वपूर्ण साबित हो रहे हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध में ड्रोन के हमलों ने इसकी अहमियत को साबित कर दिया है, जहां ड्रोन से किए गए हमलों ने युद्ध की दिशा और रणनीतियों में बड़ा बदलाव किया है।

अमेरिका, इजरायल और तुर्की जैसे देशों ने पहले ही ड्रोन तकनीक में महारत हासिल कर ली है, लेकिन अब भारत भी इस क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत कर रहा है। भारत के पास ऐसे घातक ड्रोन सिस्टम हैं, जो युद्ध के मैदान में दुश्मन को मात देने की क्षमता रखते हैं।

भारत का स्वदेशी अटैक ड्रोन:

रिस्त्रा भारतीय सेना का स्वदेशी अटैक ड्रोन है, जो अत्याधुनिक मिसाइलों और हथियारों से लैस है। यह ड्रोन दुश्मन के इलाके में गुप्त रूप से प्रवेश कर सटीक हमले करने में सक्षम है। इसकी स्पीड 250 किमी/घंटा है और यह 1000 किमी की रेंज में अपनी सटीकता से हमला कर सकता है। रिस्त्रा ड्रोन की विशेषता है कि यह लेजर-गाइडेड मिसाइल और GPS-गाइडेड बम से लैस है, जो किसी भी दुश्मन की रक्षा प्रणाली को भेदने में सक्षम है।

MQ-9B सी गार्डियन – महाविनाशक ड्रोन:

भारत ने अमेरिका से MQ-9B सी गार्डियन ड्रोन प्राप्त किया है, जिसे भारतीय नौसेना के लिए तैनात किया गया है। यह ड्रोन समुद्र से लेकर जमीन तक, हर तरह के ऑपरेशंस के लिए बेहतरीन विकल्प है। इसकी स्पीड 388 किमी/घंटा है और रेंज 11,000 किमी तक है। यह हेलफायर मिसाइल और गाइडेड बम से लैस है, जो इसे किसी भी समुद्री या भूमि आधारित ऑपरेशन में अत्यधिक प्रभावी बनाता है।

हेरॉन MK-2 – दुश्मन की हर हरकत पर नजर:

हेरॉन MK-2 ड्रोन इजरायल से लिया गया है और भारतीय सेना का एक अत्याधुनिक निगरानी ड्रोन है। यह ड्रोन दुश्मन के इलाके में हर गतिविधि पर नजर रखने में सक्षम है। इसकी स्पीड 150 किमी/घंटा है और इसकी रेंज 5,000 किमी तक है। हेरॉन MK-2 ड्रोन दिन और रात, हर मौसम में ऑपरेशन करने में सक्षम है, जिससे यह भारतीय सेना के लिए एक अत्यधिक उपयोगी टूल साबित हुआ है। इसका प्रमुख उपयोग LOC और LAC पर दुश्मन की गतिविधियों की निगरानी करने में होता है।

ड्रोन स्वार्म – भारत की अगली घातक टेक्नोलॉजी:

भारत अब ड्रोन स्वार्म तकनीक पर काम कर रहा है, जिसमें सैकड़ों छोटे ड्रोन एक साथ दुश्मन के इलाके में हमला कर सकते हैं। इस तकनीक की विशेषता है कि यह एक साथ कई टारगेट को निशाना बना सकता है, जिससे दुश्मन को एक साथ कई दिशा से हमला करने का अवसर मिलता है। इस ड्रोन स्वार्म तकनीक में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग किया जा रहा है, जिससे यह ड्रोन अपनी मर्जी से लक्ष्यों का चयन कर सकता है और हमला कर सकता है।

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