भारत बनाएगा 6th जेनरेशन लड़ाकू विमान, रक्षा क्षेत्र में नई क्रांति!

नई दिल्ली: विश्वभर में रक्षा क्षेत्र में हो रही नई क्रांतियाँ लगातार चर्चा का विषय बनी हुई हैं, और अब भारत ने भी इस क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत करने का संकल्प लिया है। हाल ही में, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने F-47 NGAD (Next Generation Air Dominance) के निर्माण की घोषणा की है, जिसमें अमेरिकी सरकार ने 20 अरब डॉलर का प्रारंभिक बजट आवंटित किया है। 

इसके साथ ही, चीन ने भी जे-36 छठी पीढ़ी के लड़ाकू विमान के प्रोटोटाइप का खुलासा किया है, जो आगामी समय में उसके वायुसेना की ताकत को बढ़ाने वाला साबित हो सकता है। लेकिन अब भारत भी इस दौड़ में शामिल हो गया है, और रक्षा क्षेत्र में भारत की योजना छठी पीढ़ी के लड़ाकू विमान (6th Generation Fighter Aircraft) के निर्माण की है।

भारत की नई योजना: 6th जेनरेशन जेट

भारत के रक्षा क्षेत्र में लगातार तकनीकी विकास हो रहा है और अब भारतीय वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से एक महत्वपूर्ण रिपोर्ट सामने आई है। इंडियन डिफेंस रिसर्च विंग (IDRW) के मुताबिक, भारतीय वायुसेना ने 6th जेनरेशन लड़ाकू विमानों के निर्माण की योजना तैयार की है। इस योजना से साफ है कि भारत का रक्षा क्षेत्र अपनी रणनीतिक ताकत को बढ़ाने के लिए तेजी से कदम उठा रहा है और भविष्य में अपनी वायुसेना को और भी सशक्त बनाने की दिशा में काम कर रहा है।

6th जेनरेशन लड़ाकू विमानों की विशेषता

छठी पीढ़ी के लड़ाकू विमान ऐसे विमान होंगे जो पाँचवीं पीढ़ी के विमानों से कहीं अधिक एडवांस और तकनीकी दृष्टि से उन्नत होंगे। इन विमानों में आत्म-निर्भर युद्ध क्षमता, बेहतर स्टील्थ तकनीक, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का उपयोग, और नवनिर्मित एंटरप्राइज़ स्तर के संचार और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर (EW) क्षमताएँ शामिल होंगी। इनके साथ-साथ, इन विमानों में मैन-लेस (unmanned) ऑपरेशन की क्षमता भी हो सकती है, जिससे पायलटों की जान को खतरे में डाले बिना उन्हें उच्च-जोखिम वाले मिशनों को पूरा करने का मौका मिलेगा। साथ ही, इन विमानों में ज्यादा लंबी रेंज, उच्च गति और अत्यधिक सटीकता की क्षमता होगी।

AMCA प्रोजेक्ट: भारत की दिशा और दृष्टि

भारत फिलहाल "एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट" (AMCA) प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है, जिसका उद्देश्य पाँचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों का निर्माण करना है। इस प्रोजेक्ट के तहत भारतीय वायुसेना के लिए अत्याधुनिक फाइटर जेट तैयार किए जा रहे हैं, जो न केवल भारत की रक्षा शक्ति को बढ़ाएंगे, बल्कि आत्मनिर्भरता की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित होंगे। AMCA प्रोजेक्ट का विकास एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) कर रही है, और इसका लक्ष्य 2028 तक पहले विमान का उड़ान परीक्षण करना है।

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