भारत के 'आयरन शील्ड': ये हैं 5 एयर डिफेंस हथियार

नई दिल्ली। बदलते वैश्विक परिदृश्य और बढ़ते सुरक्षा खतरों के बीच भारत अपनी वायु रक्षा प्रणाली को लगातार मजबूत कर रहा है। भारतीय सेना और वायुसेना के पास ऐसे कई अत्याधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम हैं जो आसमान से आने वाले किसी भी खतरे का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं। इन हथियारों की ताकत के चलते भारत की सीमाएं पहले से कहीं ज्यादा सुरक्षित हैं।

1. S-400 ट्रायंफ एयर डिफेंस सिस्टम

रूस से आयातित S-400 ट्रायंफ भारत का सबसे एडवांस और दूर तक मार करने वाला एयर डिफेंस सिस्टम है। यह 400 किलोमीटर की दूरी तक आने वाले किसी भी हवाई खतरे—मिसाइल, फाइटर जेट या ड्रोन—को निशाना बना सकता है। इसकी तैनाती से भारत की वायु सुरक्षा को एक नया आयाम मिला है।

2. बराक-8 (Barak-8) मिसाइल सिस्टम

भारत और इज़राइल की संयुक्त परियोजना बराक-8 एक अत्याधुनिक सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है। यह 70-100 किलोमीटर की दूरी तक हवाई खतरों को निष्क्रिय कर सकती है। इसे नौसेना के युद्धपोतों और थल सेना के लिए भी तैनात किया गया है।

3. आकाश मिसाइल सिस्टम

‘मेड इन इंडिया’ आकाश मिसाइल सिस्टम भारतीय वायुसेना और थलसेना का एक अहम हिस्सा है। यह 25 किलोमीटर की दूरी तक हवाई टारगेट्स को मार गिराने में सक्षम है। इसकी लो-कॉस्ट और हाई परफॉर्मेंस इसे भारत की स्वदेशी रक्षा ताकत का प्रतीक बनाती है।

4. 1. पृथ्वी एयर डिफेंस (PAD)

PAD सिस्टम को भारत की बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस (BMD) परियोजना के तहत विकसित किया गया है। इसका उद्देश्य है—लंबी दूरी से आने वाली दुश्मन की मिसाइलों को बूस्टर स्टेज या मिडकोर्स स्टेज में ही नष्ट कर देना। यह मिसाइल 50 से 80 किलोमीटर की ऊँचाई तक जाकर दुश्मन के टारगेट को हवा में ही खत्म कर सकती है।

5. SPYDER एयर डिफेंस सिस्टम

इज़रायल निर्मित SPYDER (Surface-to-Air Python and Derby) सिस्टम कम दूरी की वायु रक्षा में विशेषज्ञता रखता है। यह 15-20 किलोमीटर की रेंज में दुश्मन के फाइटर जेट्स और ड्रोन को मार गिराने में सक्षम है। इसकी तैनाती से भारत की संवेदनशील सीमाओं की सुरक्षा मजबूत हुई है।

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