एक रिपोर्ट के मुताबिक आज दुनिया की कई महाशक्तियाँ और तकनीकी रूप से अग्रणी देश क्वांटम कंप्यूटिंग की होड़ में लगे हैं। आइए जानते हैं कि कौन-कौन से देश इस क्षेत्र में अगली पीढ़ी के क्वांटम कंप्यूटर विकसित कर रहे हैं।
1. अमेरिका – नवाचार का देश
अमेरिका क्वांटम टेक्नोलॉजी में सबसे आगे माना जाता है। Google, IBM, Microsoft और Intel जैसी कंपनियाँ इस दिशा में अरबों डॉलर निवेश कर रही हैं। Google ने 2019 में दावा किया था कि उसने "क्वांटम सुप्रीमेसी" हासिल की है। वहीं, अमेरिकी सरकार भी National Quantum Initiative Act के तहत रिसर्च को बढ़ावा दे रही है।
2. चीन – तेजी से उभरती ताकत
चीन ने हाल के वर्षों में क्वांटम टेक्नोलॉजी में जबरदस्त प्रगति की है। 2020 में उसने दुनिया का पहला क्वांटम संचार उपग्रह लॉन्च किया। वहीं, यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी ऑफ चाइना ने Jiuzhang नामक क्वांटम कंप्यूटर विकसित किया है जो विशिष्ट गणनाओं में सुपरकंप्यूटर से भी तेज है। हालांकि अभी ये रिसर्च फेज में ही हैं।
3. भारत – भविष्य की तैयारी में जुटा
भारत ने भी क्वांटम क्षेत्र में महत्वाकांक्षी कदम उठाए हैं। 2020 में भारत सरकार ने ₹8000 करोड़ की लागत से National Mission on Quantum Technologies and Applications (NM-QTA) की घोषणा की। IISc, IITs और DRDO जैसी संस्थाएं इस दिशा में शोध कर रही हैं।
4. जर्मनी – औद्योगिक दृष्टिकोण से आगे
जर्मनी यूरोप का तकनीकी हब है और क्वांटम कंप्यूटिंग में यह भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। Fraunhofer Institute और IBM के सहयोग से देश ने अपना पहला क्वांटम कंप्यूटर स्थापित किया। जर्मन सरकार ने अरबों यूरो की फंडिंग से क्वांटम इनोवेशन को प्रोत्साहित किया है।
5. कनाडा – क्वांटम स्टार्टअप्स का गढ़
कनाडा क्वांटम टेक्नोलॉजी में शुरुआती लीडर्स में से रहा है। D-Wave Systems नामक कंपनी ने पहला कमर्शियल क्वांटम कंप्यूटर बनाया था। University of Waterloo और Perimeter Institute क्वांटम फिजिक्स के लिए विश्वप्रसिद्ध हैं।
6. जापान – उच्च तकनीकी क्षमता के साथ अग्रणी
जापान में क्वांटम रिसर्च पर लंबे समय से कार्य हो रहा है। टोक्यो यूनिवर्सिटी और NEC जैसी कंपनियां क्वांटम प्रोटोटाइप विकसित कर रही हैं। जापान की रणनीति लंबी अवधि की स्टेबल क्वांटम प्रणाली विकसित करने पर केंद्रित है।
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