भारत के इन 6 हथियारों की दुनियाभर में बढ़ी मांग
1 .ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल
ब्रह्मोस मिसाइल एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है, जिसे भारत और रूस के संयुक्त प्रयास से विकसित किया गया है। यह मिसाइल हवा, पानी और जमीन से लॉन्च की जा सकती है और इसकी गति 2.8 मैक (मैक की गति की 2.8 गुना) तक होती है, जिससे यह किसी भी दुश्मन के रक्षात्मक प्रणालियों को चकमा देने में सक्षम है। ब्रह्मोस की सटीकता और गति के कारण यह अब दुनियाभर के कई देशों में एक आवश्यक रक्षा प्रणाली के रूप में लोकप्रिय हो रही है।
2 .डोर्नियर-228 विमान
डोर्नियर-228 एक छोटे आकार का परिवहन विमान है जिसे भारतीय रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने विकसित किया है। यह विमान खासतौर पर समुद्री निगरानी, मानव रहित क्षेत्र में खोज और बचाव, और अन्य रक्षा कार्यों के लिए उपयुक्त है। इसकी लागत कम और कार्यक्षमता अधिक होने के कारण यह कई देशों द्वारा खरीदी जा रही है।
3 .आर्टिलरी गन
भारतीय रक्षा उद्योग ने आर्टिलरी गन के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। 155 मिमी की आर्टिलरी गन, जिसे 'धनुष' के नाम से जाना जाता है, आधुनिक तकनीक से लैस है और यह भारतीय सेना की ताकत में इजाफा करती है। यह गन बेहद सटीक है और लंबी दूरी तक लक्ष्य को भेदने में सक्षम है। अब कई विदेशी देश भी इस गन को खरीदने में रुचि दिखा रहे हैं।
4 .रडार
भारतीय रक्षा प्रणाली में रडार का महत्वपूर्ण स्थान है। भारतीय सेना द्वारा विकसित कई रडार प्रणालियाँ जैसे कि 'उपकरण-इंटरसेप्टर' और 'एलबीआर' (लंबी दूरी की रडार), विश्वस्तरीय तकनीक से लैस हैं। इन रडार प्रणालियों का उपयोग हवा, समुद्र और भूमि की निगरानी में किया जाता है। भारत अब इन रडार प्रणालियों का निर्यात करने में सक्षम हो गया है और इनकी वैश्विक मांग भी बढ़ रही है।
5 .आकाश मिसाइल
आकाश मिसाइल भारतीय वायु रक्षा प्रणाली का एक अहम हिस्सा है। यह मिसाइल 25 किमी तक की रेंज में हवा से हवा और हवा से जमीन हमलों को नष्ट करने में सक्षम है। इसकी सटीकता और प्रभावी प्रणाली के कारण यह कई देशों में खरीदी जा रही है। आकाश मिसाइल भारतीय सेना के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी अपनी पहचान बना चुकी है।
6 .पिनाका रॉकेट और बख्तरबंद वाहन
पिनाका रॉकेट प्रणाली एक बहु-लांच रॉकेट प्रणाली है, जो भारतीय सेना के लिए बेहद उपयोगी साबित हो रही है। यह रॉकेट 40 किमी तक के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर हमले करने की क्षमता रखता है। इसके अलावा, भारतीय रक्षा उद्योग ने बख्तरबंद वाहन भी विकसित किए हैं, जो युद्ध के मैदान में सैनिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उपयोगी हैं। ये वाहन और रॉकेट सिस्टम कई देशों द्वारा अपनी सेना की ताकत बढ़ाने के लिए खरीदे जा रहे हैं।
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