ब्रह्मोस-2 के मुख्य फीचर्स:
1 .हाइपरसोनिक गति: ब्रह्मोस-2 की गति Mach 7 (यानि ध्वनि की गति से 7 गुना अधिक) से अधिक है। इसका मतलब है कि यह बेहद तेज़ है और इसके राडार से बचने की संभावना कम होती है।
2 .सुपरक्रूज तकनीक: इसमें सुपरक्रूज की तकनीक है, जिसका मतलब है कि यह बिना इंजिन के थ्रस्ट को बदलते हुए, उच्च गति पर उड़ सकती है। यह युद्धक मिसाइलों की तुलना में काफी प्रभावी बनाती है।
3 .सटीकता: ब्रह्मोस-2 में अत्यधिक सटीकता है और यह विभिन्न प्रकार के लक्ष्य को बड़े पैमाने पर सटीक रूप से नष्ट कर सकती है, चाहे वह जमीनी लक्ष्य हो, समुद्री लक्ष्य हो या अन्य।
4 .लंबी रेंज: ब्रह्मोस-2 की रेंज को बढ़ाया गया है, जिससे यह भारत के पड़ोसी देशों, जैसे कि पाकिस्तान और चीन, के लिए एक गंभीर खतरा बन सकता है। इसकी रेंज 300 किमी से अधिक हो सकती है, जो इसे दुश्मन के अंदरूनी इलाकों तक प्रभावी रूप से हमला करने की क्षमता प्रदान करती है।
5 .नवीनतम प्रौद्योगिकी: इसमें नवीनतम प्रौद्योगिकी का उपयोग किया गया है, जैसे कि उच्च तापमान सहनशील सामग्री, अत्याधुनिक मार्गदर्शन प्रणाली, और अगली पीढ़ी के इंजन, जो इसे अधिक प्रभावी और लचीला बनाता है।
ब्रह्मोस-2 के विकास का महत्व:
1 .चीन और पाकिस्तान के लिए खतरा: ब्रह्मोस-2, विशेष रूप से चीन और पाकिस्तान के लिए खतरा साबित हो सकती है, क्योंकि यह दोनों देशों के रक्षा ढांचे में खलबली मचा सकती है। इसका प्रक्षेपण भारत के लिए एक सामरिक लाभ प्रदान करेगाऔर पाकिस्तान और चीन को यह एहसास दिलाएगा कि भारत अब मिसाइल तकनीकी दृष्टि से और भी अधिक सक्षम हो गया है।
2 .रणनीतिक महत्व: ब्रह्मोस-2 भारत को रणनीतिक रूप से एक और मजबूती प्रदान करता है, खासकर पाकिस्तान और चीन जैसी शक्तियों के खिलाफ। इसकी तेज़ गति, उच्च सटीकता और लंबी रेंज इसे एक अत्यधिक प्रभावी हथियार बनाती है।
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