नई टाउनशिप की विशेषताएं
कबीर नगर योजना के तहत कुल 2175 फ्लैटों का निर्माण किया जाएगा, जिसमें 1900 फ्लैट आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के लिए होंगे, 250 फ्लैट निम्न आय वर्ग (एलआईजी) के लिए और 25 फ्लैट मध्यम आय वर्ग (एमआईजी) के लिए आरक्षित होंगे। यह योजना न केवल आवास संकट को दूर करने में मदद करेगी, बल्कि यह राज्य के विकास को भी गति देगी। इन फ्लैटों का निर्माण आधुनिक तकनीक और उच्च गुणवत्ता की सामग्री से किया जाएगा, जिससे इनका जीवनकाल और रहन-सहन की सुविधा दोनों बेहतर होंगी।
किसानों को मिलेगा फायदा
कबीर नगर योजना के अंतर्गत इस परियोजना के लिए कुल 13 गांवों के किसानों से जमीन खरीदी जाएगी। ये गांव हैं: भौली, बारुमऊ, धतिगरा, गोपरामऊ, लक्ष्मीपुर, पूरबगांव, पुरवा, सैरपुर, फरुखाबाद, कोडरी मौली, कमलाबाद, सैदापुर और पल्हरी। इन गांवों के किसान इस परियोजना से मालामाल होंगे, क्योंकि उन्हें अपनी जमीन का उचित मुआवजा मिलेगा और इस राशि से उनका आर्थिक जीवन बेहतर होगा। भूमि अधिग्रहण से किसानों को मिलने वाला मुआवजा उनकी आय में वृद्धि करेगा और वे अपनी जमीन के बदले अन्य आर्थिक संसाधन पा सकेंगे।
इस आवास योजना का लाभ
कबीर नगर योजना का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसमें विभिन्न आय वर्गों के लिए फ्लैट तैयार किए जा रहे हैं। ईडब्ल्यूएस और एलआईजी वर्ग के लिए फ्लैट्स की संख्या अधिक होने के कारण निम्न आय वर्ग के लोग भी अपने सपनों का घर पा सकेंगे। इस योजना से यह भी संकेत मिलता है कि सरकार शहरी विकास के साथ-साथ गरीबों और निम्न वर्ग के लोगों के लिए भी आवास उपलब्ध कराना चाहती है।
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