इस निर्णय के बाद, महंगाई भत्ता 53% से बढ़कर 55% हो गया है, जो केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए एक राहत की बात है। इस बढ़ोतरी से करीब 50 लाख केंद्रीय कर्मचारियों और 65 लाख पेंशनर्स को फायदा होगा। यह बढ़ोतरी 1 जुलाई 2025 से प्रभावी होगी, जिससे कर्मचारियों को तीन महीने का एरियर मिलेगा।
महंगाई भत्ते का महत्व
महंगाई भत्ता (DA) वह राशि है, जिसे सरकार कर्मचारियों को उनकी सैलरी में बढ़ोतरी के रूप में देती है ताकि वे बढ़ती महंगाई का मुकाबला कर सकें। जब महंगाई में वृद्धि होती है, तो कर्मचारियों के पास उनके जीवन स्तर को बनाए रखने के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं होते। DA का उद्देश्य उन्हीं संसाधनों की पूर्ति करना है।
महंगाई भत्ते का निर्धारण भारतीय सरकार द्वारा हर छह महीने में मौजूदा महंगाई दर के आधार पर किया जाता है। इस फैसले में प्रमुख रूप से उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) को ध्यान में रखा जाता है। इस सूचकांक के आधार पर महंगाई का स्तर निर्धारित होता है, और उसके अनुसार कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि की जाती है।
पेंशनर्स के लिए लाभ
इस महंगाई भत्ते की बढ़ोतरी से पेंशनधारकों को भी फायदा होगा। वर्तमान में भारत में करीब 65 लाख पेंशनधारक हैं, जिन्हें इस बढ़ोतरी का लाभ मिलेगा। पेंशनरों के लिए महंगाई भत्ते का उद्देश्य उनका जीवन स्तर बनाए रखना और महंगाई से प्रभावित पेंशन की वास्तविक कीमत को स्थिर रखना है।
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