ई-शिक्षा कोष और ऑनलाइन हाजिरी
ई-शिक्षा कोष का उद्देश्य विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति और कार्यों की निगरानी करना है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि शिक्षक विद्यालय में उपस्थित हैं और बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दे रहे हैं। यह एक डिजिटल पहल है, जो पारदर्शिता लाने और शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में मदद करती है। इसके तहत प्रत्येक शिक्षक को अपनी हाजिरी ऑनलाइन दाखिल करनी होती है, ताकि विभाग उनकी उपस्थिति की सटीक जानकारी प्राप्त कर सके।
लापरवाही की वजह से कार्रवाई
बुधवार को जिन पांच विद्यालय प्रधानों को स्पष्टीकरण जारी किया गया, उनकी स्कूलों से ई-शिक्षा कोष में ऑनलाइन हाजिरी शून्य थी। इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए डीईओ कुंदन कुमार ने कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया। इन विद्यालय प्रधानों से न सिर्फ व्यक्तिगत स्पष्टीकरण मांगा गया, बल्कि यह भी पूछा गया कि उनके विद्यालयों में शिक्षकों ने किस कारण से ऑनलाइन हाजिरी नहीं बनाई। उन्हें यह स्पष्टीकरण व्यक्तिगत रूप से डीपीओ स्थापना कार्यालय में जाकर देना होगा।
इसके अलावा, मार्च महीने की सैलरी भी अब ई-शिक्षा कोष की ऑनलाइन हाजिरी के आधार पर ही भुगतान की जाएगी। यह कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि शिक्षक अपनी जिम्मेदारियों को सही तरीके से निभाएं और शिक्षा व्यवस्था में सुधार हो।
0 comments:
Post a Comment