हाई BP और ब्लड ग्रुप: कौन सा ग्रुप है सबसे ज्यादा प्रभावित?

हेल्थ डेस्क: हाई ब्लड प्रेशर (हाई BP), जिसे सामान्यतः हाइपरटेंशन कहा जाता है, एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जो आजकल बहुत आम हो गई है। यह रक्त वाहिकाओं पर अतिरिक्त दबाव डालता है, जिससे दिल और अन्य अंगों को नुकसान हो सकता है। हाई BP के खतरे से जुड़ा एक दिलचस्प पहलू ब्लड ग्रुप से जुड़ा है। हाल के अध्ययनों ने यह संकेत दिया है कि आपके ब्लड ग्रुप का भी हाई BP के जोखिम से गहरा संबंध हो सकता है।

ब्लड ग्रुप और हाई BP का संबंध

कुछ शोधों में यह पाया गया है कि B ब्लड ग्रुप वाले लोगों में हाई BP का खतरा अधिक हो सकता है। हालांकि, यह अभी भी एक विश्लेषणात्मक विषय है, और सभी अध्ययनों में इसे एक जैसे परिणाम नहीं मिले हैं। फिर भी, कुछ प्रमाण यह बताते हैं कि B ब्लड ग्रुप वाले व्यक्तियों में रक्तचाप की समस्या का सामना करने की संभावना ज्यादा हो सकती है।

दूसरी ओर, AB ब्लड ग्रुप वाले व्यक्तियों को हाई BP का खतरा कम होने के संकेत मिले हैं। यह शोध अभी शुरुआती चरण में है और इस पर अधिक अध्ययन की आवश्यकता है। हालांकि, कुछ आंकड़े बताते हैं कि AB ग्रुप वाले लोग सामान्यत: रक्तचाप से संबंधित समस्याओं का सामना कम करते हैं।

ब्लड ग्रुप और हार्ट डिज़ीज़ के बीच संबंध

अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, A और B ब्लड ग्रुप वाले लोगों में थ्रोम्बोलिक (रक्त के थक्के बनने की स्थिति) और कार्डियोवस्कुलर (हृदय और रक्त वाहिकाओं से संबंधित) बीमारियों का खतरा अधिक होता है।

इस अध्ययन के अनुसार, A ब्लड ग्रुप वालों में हाइपरलिपिडिमिया (रक्त में वसा की अधिकता), एथेरोस्क्लेरोसिस (रक्त वाहिकाओं में सख्ती) और हार्ट फेलियर का खतरा अधिक होता है। वहीं, B ब्लड ग्रुप वालों को मायोकार्डियल इंफार्क्शन (दिल का दौरा) जैसी गंभीर स्थितियों का खतरा अधिक हो सकता है।

वहीं, O ब्लड ग्रुप वाले लोग अक्सर इन जोखिमों से कुछ हद तक मुक्त होते हैं। O ग्रुप के लोगों में दिल की बीमारियों और हाई BP का खतरा अपेक्षाकृत कम पाया गया है। यह तथ्यों से पता चलता है कि O ब्लड ग्रुप वाले लोग अन्य ब्लड ग्रुप के मुकाबले अधिक स्वस्थ रहते हैं, खासकर जब बात दिल और रक्तचाप की हो।

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