तेजस Mk-1A को मिला नया जेट इंजन, बढ़ेगी भारत की वायु शक्ति!

नई दिल्ली: भारत का स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस Mk-1A एक नई ताकत से लैस होने जा रहा है, क्योंकि इस विमान को अब एक नया और पावरफुल जेट इंजन मिल रहा है। यह इंजन भारतीय वायुसेना की शक्ति को और बढ़ाने का काम करेगा। इस नए इंजन की आपूर्ति अमेरिकी कंपनी जीई एयरोस्पेस द्वारा की जा रही है, और इससे एचएएल (हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड) को तेजस जेट के लिए आवश्यक इंजन प्राप्त होने में मदद मिलेगी।

एचएएल और जीई एयरोस्पेस का समझौता

एचएएल, जो कि भारत की प्रमुख रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी है, ने 2021 में भारतीय वायुसेना के लिए 83 तेजस Mk-1A विमानों की खरीद के लिए 48,000 करोड़ रुपये का सौदा किया था। इन विमानों को भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल करने की योजना थी, लेकिन इंजन की आपूर्ति में देरी के कारण विमानों की आपूर्ति में खलल पड़ा। अब, जीई एयरोस्पेस द्वारा एफ404-आईएन20 इंजन की आपूर्ति शुरू होने से एचएएल को इन विमानों की आपूर्ति करने में तेजी आने की उम्मीद है।

इंजन की देरी और इससे जुड़े कई कारण

2021 के फरवरी महीने में रक्षा मंत्रालय ने 83 तेजस Mk-1A विमानों की खरीद के लिए एचएएल के साथ सौदा किया था, लेकिन इन विमानों की आपूर्ति में समय पर सफलता न मिलने के कारण कई सवाल उठे थे। दरअसल, इसका मुख्य कारण जीई एयरोस्पेस द्वारा इंजन की आपूर्ति में देरी था। जीई एयरोस्पेस के एफ404-आईएन20 इंजन की आपूर्ति में देरी के कारण एचएएल को इन विमानों को भारतीय वायुसेना को समय पर देने में कठिनाइयाँ आईं।

अब, यह इंजन अमेरिकी कंपनी जीई एयरोस्पेस द्वारा मैसाचुसेट्स स्थित लिन में अपनी विनिर्माण सुविधा से एचएएल को भेजा जा चुका है और यह अगले महीने की शुरुआत में भारत पहुंचने की उम्मीद है। इस इंजन के आगमन के बाद एचएएल को तेजस विमानों की आपूर्ति प्रक्रिया को तेजी से शुरू करने में मदद मिलेगी।

एफ404-आईएन20 इंजन: एक बेहतरीन तकनीकी उन्नति

एफ404-आईएन20 इंजन को दुनिया के सबसे प्रभावी विमान इंजनों में से एक माना जाता है। यह इंजन विशेष रूप से तेजस Mk-1A जैसे सिंगल इंजन वाले लड़ाकू विमानों के लिए डिज़ाइन किया गया है। जीई एयरोस्पेस के अनुसार, एफ404 इंजन में उच्च थ्रस्ट, उच्च प्रवाह वाला पंखा और अद्वितीय एकल क्रिस्टल टरबाइन ब्लेड जैसी विशेषताएँ हैं, जो इसे बेहद प्रभावी और मजबूत बनाती हैं।

इसके अलावा, एफ404-आईएन20 इंजन का निर्माण भारतीय वायुसेना की आवश्यकताओं और उसके मुकाबले की विमानों की क्षमता के आधार पर किया गया है। यह इंजन तेजस विमान की उड़ान क्षमता, गति और मिशन प्रदर्शन को बेहतर बनाने में सहायक होगा।

भारत के रक्षा आत्मनिर्भरता की ओर एक कदम

तेजस Mk-1A के लिए नया इंजन मिलने से यह भी साबित होता है कि भारत अपनी रक्षा शक्ति को स्वदेशी बनाने की दिशा में लगातार काम कर रहा है। यह इंजन भारत के रक्षा कार्यक्रमों की आत्मनिर्भरता की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे न केवल देश की रक्षा क्षेत्र की ताकत बढ़ेगी, बल्कि भारतीय सेना को अपनी जरूरतों के हिसाब से उपकरणों का निर्माण करने में भी मदद मिलेगी।

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