न्यूज डेस्क: कोरोना वायरस पूरी दुनिया में कोहराम मचा रहा हैं। इस वायरस से प्रतिदिन कई लोगों की मौत हो रही हैं। इसी बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने भी कहा है कि उनके पास इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि यह वायरस चीन की प्रयोगशाला से फैला हैं।
उन्होंने सख्त शब्दों में कहा की वो इसका सबूत दिखाएंगे। उन्होंने यह भी कहा गया है कि चीन ने लगभग पूरी जनवरी विश्व स्वास्थ्य संगठन को यह जानकारी नहीं दी कि कोरोना वायरस संक्रामक है ताकि वह विदेश से चिकित्सकीय सामान मंगा सके।
अमेरिकी विदेश मंत्री के खुलासे के बाद ब्रिटेन ने भी चीन को दो टूक कह दिया है कि महामारी खत्म होने पर हम इस पूरे प्रकरण की तह तक जाएंगे और ये जांच कराएंगे की कोरोना वायरस दुनिया में कैसे फैला। ब्रिटेन के इस आक्रामक वेवहार से चीन की मुश्किल बढ़ने वाली हैं।
आपको बता दें की अमेरिका के आंतरिक सुरक्षा विभाग (डिपार्टमेंट आफ होमलैंड सिक्योरिटी-डीएचएस) के चार पृष्ठों वाले दस्तावेज के मुताबिक चीन के नेताओं ने जनवरी की शुरुआत में दुनिया से वैश्विक महामारी की गंभीरता जानबूझकर छिपाई हैं और कोरोना वायरस को फैलने दिया हैं।
डिपार्टमेंट आफ होमलैंड सिक्योरिटी-डीएचएस की रिपोर्ट की मानें तो चीन कोरोना वायरस की गंभीरता को कम करके बताता रहा है तथा दुनिया को कोरोना वायरस को लेकर झूठ बोल रहा हैं।
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