ये महिला नेत्रहीन होने बावजूद बनी IAS, कायम की बड़ी मिशाल

न्यूज डेस्क: इंसान अपने जीवन में ठान लें तो कुछ भी कर सकता हैं और अपने जीवन में बड़ी कामयाबी हासिल कर सकता हैं। आज जानने की कोशिश करेंगे एक ऐसे महिला के बारे में जो नेत्रहीन होने के बावजूद आईएएस अफसर बनी। तो आइए इसके बारे में जानते हैं विस्तार से। 
प्रांजल लेहन सिंह पाटिल। 
आपको बता दें की प्रांजल लेहन सिंह पाटिल देश की पहली नेत्रहीन महिला आईएएस अफसर हैं। वो केरल के एरनाकुलम के कलेक्ट्रट कार्यालय में उप-कलेक्टर के रूप में अपना पदभार संभाला रही हैं। 

प्रांजल सिर्फ छह साल की थी तब उनके आँख की दृष्टि खराब हो गयी। उस समय डॉक्टर ने उनके माता-पिता को सूचित किया था। प्रांजल लेहन सिंह पाटिल अपनी आंखों से बिल्कुल भी देख नहीं पाती हैं। लेकिन इन्होने अपनी मेहनत और इच्छा शक्ति के कारण आईएएस अफसर बनी। 

प्रांजल ने नेत्रहीन स्कूल से 10वीं और 12वीं की परीक्षा भी बहुत अच्छे अंकों से उत्तीर्ण की और 12वीं में चाँदीबाई कॉलेज में कला संकाय में प्रथम स्थान प्राप्त किया। आपको बता दें की 28 साल की प्रांजल महाराष्ट्र के उल्हासनगर से ताल्लुक रखती हैं। साल 2016 में उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा पास की, जिसमें उनकी 773 वीं रैंक थी।

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