बता दें की फर्जी अभ्यर्थी को पकड़ने के लिए शिक्षा विभाग की व्यवस्था काफी अच्छी है। इस बार सर्टिफिकेट की पूरी जांच का जिम्मा शिक्षा विभाग ने खुद अपने पास रखा है। पहले यह काम नियोजन इकाइयों के जिम्मे था जिसमें भारी गड़बड़ी हुई थी।
खबर के अनुसार हर नियोजन इकाई में विभाग द्वारा वीडियोग्राफी और ऑनलाइन निगरानी की जा रही है। साथ ही साथ फर्जी अभ्यर्थी पाए जानें पर तुरंत जेल भेजने की भी चेतावनी दी गई हैं। ताकि सही तरीकों से नियोजन प्रक्रिया को पूरा किया जा सकें।
नियोजन प्रक्रिया के दौरान नालंदा समेत कई जगहों पर बड़ी संख्या में फर्जी अभ्यर्थी पकड़े गए, जिन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। वहीं मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कई जगहों पर नियोजन इकाई में अभ्यर्थी गिरफ्तारी से बचने के लिए पहुंचे ही नहीं।
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