खबर के अनुसार योगी सरकार ने यह फैसला किया हैं की मंकी पाक्स से प्रभावित देशों से बीते 21 दिनों के भीतर आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी। साथ ही साथ अगर किसी व्यक्ति में इस रोग के लक्षण हैं तो उन्हें तुरंत आइसोलेट किया जायेगा।
बता दें की मंकी पाक्स के लक्षण वाले लोगों के सैंपल लेकर नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलाजी (एनआइवी), पुणे में भेजा जाएंगे। सरकार ने इस खतरे को देखते हुए निगरानी कमेटियों को अलर्ट कर दिया हैं तथा सभी एयरपोर्ट पर निगरानी को बढ़ा दिया हैं।
कोरोना महामारी के बाद दुनिया के कई देशों में मंकी पाक्स के मरीज मिले हैं। इसे ध्यान में रखते हुए सरकार अलर्ट हैं। बता दें की मंकी पाक्स जानवरों से इंसान में और एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता हैं। यह वायरस कटी-फटी त्वचा, सांस नली या आंख, नाक या मुंह के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता हैं।
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