खबर के अनुसार अमेरिका की इस तैनाती से ईरान के लिए बड़ी चेतावनी के तौर पर देखा जा है हैं। क्यों की अमेरिका ने अपनी नौसेना के 30 फीसदी युद्धपोतों को पहले से ही मिडिल-ईस्ट में तैनात कर रखा है। ये सभी युद्धपोत इजरायल को ईरान के हमले से बचाने के लिए तैनात किया गया हैं।
B-2 Nuclear Stealth बॉम्बर की ताकत?
1 .अमेरिका के बी-2 न्यूक्लियर स्टेल्थ बॉम्बर को रडार से ट्रैक नहीं किया जा सकता हैं।
2 .यह बॉम्बर किसी भी देश में घुसकर बमों की बारिश कर सकता हैं। यह एक बार में 16 परमाणु बम ले जा सकता हैं।
3 .यह हवा में एक बार ईंधन भरने पर 10,000 समुद्री मील से ज़्यादा उड़ान भर सकता है। इसकी ईंधन रहित सीमा 6,000 समुद्री मील से ज़्यादा है।
4 .इसमें 230 किलो वज़न के एमके-82 और जीबीयू-38 बमों को बॉम्ब रैक असेंबली में रखा जाता है। इसमें बी61 और बी83 जैसे 16 न्यूक्लियर बम लगाए जा सकते हैं।
5 .इसमें एजीएम-154 ज्वॉइंट स्टैंड ऑफ़ वेपन और एजीएम-158 ज्वॉइंट एयर टू सरफ़ेस स्टैंड ऑफ़ मिसाइल भी लगाई जा सकती है।

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