1 .दिल्ली, गुरुग्राम, मेरठ में प्रॉपर्टी-फ्लैट खरीदते समय नकली डॉक्यूमेंट से सावधान रहें। इससे बचने के लिए सब रजिस्ट्रार ऑफिस से प्रॉपर्टी की वेरिफिकेशन आवश्य करें।
2 .इन शहरों में जमीन खरीदने से पहले पता करें की प्रॉपर्टी-फ्लैट पर कोई लोन या कर्ज तो नहीं। क्यों की कई बार प्रॉपर्टी बेचने वाला ऐसी प्रॉपर्टी-फ्लैट को बेचकर फरार हो जाता है और खरीदार बेचारा कोर्ट केस के चक्कर में फंस जाता है।
3 .अगर आप पावर ऑफ़ अटॉर्नी के जरिये प्रॉपर्टी-फ्लैट ले रहे हैं तो सब रजिस्ट्रार ऑफिस से सम्बंधित व्यक्ति की ओनरशिप वेरीफाई करनी आवश्यक है।
4 .इन शहरों में कई बार प्रॉपर्टी डीलर गवर्नमेंट की प्रॉपर्टी को ही अपना बताकर बेच देते हैं। इसलिए जमीन की पहचान आवश्य करें।
5 .जमीन खरीदने से पहले खसरा नंबर से पता करें की जमीन किसका हैं तथा जो प्रॉपर्टी ले रहें हैं उस प्रॉपर्टी का मालिक कौन हैं।
6 .प्रॉपर्टी-फ्लैट लेने से पहले उसके लोकेशन पर जाये और आस-पास के लोगों से उसके बारे में जानकारी लें।
7 .आप नगर निगम के कार्यालय में जा कर उस जगह के स्थाई-नियम कानून को भी जान लें ताकि भविष्य में कोई परेशानी ना हो।
8 .संदेहात्मक प्लाट और फ्लैट खरीदते समय बेहद सावधानी आवश्यक है। कोई विवादित प्रॉपर्टी-फ्लैट खरीदने से बचें।
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