खबर के अनुसार भोपाल की लैब से आई जांच रिपोर्ट में ये कहा गया हैं की राज्य के कई जिलों में पशु लंपी वायरस की चपेट में हैं। इसी को देखते हुए पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग ने सभी जिलों के पशुचिकित्सकों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
वहीं सभी प्रखंडों के साथ साथ जिला स्तर पर भी पशुचिकित्सकों को अलर्ट रहने को कहा गया हैं। बता दें की कुछ दिन पहले आई जांच रिपोर्ट में पटना बक्सर, कैमूर, रोहतास, भोजपुर, नालंदा, पूर्णिया, दरभंगा, मधुबनी समेत कई जिलों में लंपी वायरस की पुष्टि हुई थी।
पशुओं को लंपी से बचाने के लिए स्वस्थ पशुओं का टीकाकरण जरूर कराए। साथ ही साथ पशुओं में वायरस के लक्षण दिखें तो तुरंत पशु चिकित्सक से संपर्क करें। बता दें की पशुओं में यह बीमारी ज्यादा गंभीर नहीं है। सही इलाज से पशु जल्दी ठीक हो रहे हैं।
लंपी के लक्षण क्या हैं।
पशुओं के पैरों में पैरों में सूजन रहती है।
लंपी संक्रमित मवेशी को हलका बुखार रहता है
पशुओं के त्वचा पर छोटी-छोटी गाठें बन जाती हैं।
पशुओं के मुंह से लार अधिक निकलता है और आंख-नाक से पानी बहता है।
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