बिना गारंटी मिल रहा है कर्ज
इस योजना की सबसे खास बात यह है कि किसानों को कर्ज लेने के लिए किसी गारंटी की जरूरत नहीं होगी। मछली विभाग स्वयं सभी जरूरी दस्तावेज तैयार कर संबंधित बैंक को भेजता है, जिससे प्रक्रिया आसान और पारदर्शी बनती है। यह सुविधा उन मछुआरों को दी जा रही है जो तालाब बनाकर मछली पालन कर रहे हैं या फिर मछली के बच्चे तैयार करके बाजार में बेचते हैं।
किन्हें मिलेगा लाभ?
मछली सहायक अधिकारी ने बताया कि मछली किसान क्रेडिट कार्ड का लाभ वही किसान ले सकते हैं जो मछली पालन के व्यवसाय में पहले से सक्रिय हैं। यह कार्ड उन्हें मछली पालन से जुड़ी जरूरतों जैसे कि मछली के बच्चे, चारा, दवाइयाँ और अन्य संसाधनों के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराता है।
ऐसे करें आवेदन
अगर आपने अभी तक मछली किसान क्रेडिट कार्ड नहीं बनवाया है, तो संबंधित मत्स्य विभाग में जाकर फॉर्म भरें और आवश्यक दस्तावेज़ जमा करें। विभाग आपकी मदद करेगा और सभी कागजात तैयार कर बैंक तक भेज देगा, जिससे आपका कार्ड बिना किसी अड़चन के बन जाएगा।
सस्ती ब्याज दर पर बड़ी राहत
सिर्फ 4% ब्याज पर ₹3 लाख तक का कर्ज मिलने का मतलब है कि मछली पालकों को अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए अब भारी कर्ज या सूदखोरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। राज्य सरकार की यह योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक सराहनीय कदम है।
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