मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर सभी विभूतियों को शुभकामनाएं देते हुए उनके योगदान को "भावी पीढ़ी के लिए अमूल्य धरोहर" बताया। उन्होंने लिखा कि "देश के 10 पद्मश्री पुरस्कारों में से 4 उत्तर प्रदेश की विभूतियों को मिलना प्रदेश के लिए गर्व की बात है।"
उत्तर प्रदेश की जिन चार हस्तियों को 'पद्मश्री' से नवाजा गया है, वे हैं:
डा. श्याम बिहारी अग्रवाल – प्रसिद्ध चित्रकार, लेखक और समर्पित शिक्षक।
हृदय नारायण दीक्षित – वरिष्ठ लेखक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष।
गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ – सुप्रसिद्ध वैदिक विद्वान।
डा. सत्यपाल सिंह – पैरा एथलेटिक्स के प्रख्यात कोच।
विविध क्षेत्रों में अतुलनीय योगदान
कला क्षेत्र में योगदान के लिए डा. श्याम बिहारी अग्रवाल को सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री ने उन्हें "भारतीय कला-जगत में अमिट छाप छोड़ने वाला व्यक्तित्व" बताया और कहा कि उनका शिक्षण और सृजनशीलता निरंतर प्रेरणा का स्रोत बने रहेंगे।
वरिष्ठ लेखक हृदय नारायण दीक्षित की लेखनी को भारतीय संस्कृति, दर्शन और जीवन मूल्यों का सजीव चित्रण बताया गया। मुख्यमंत्री ने कहा, “उनकी लेखनी सदा राष्ट्रबोध का दीप प्रज्वलित करती रहे।”
गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ को उनकी वैदिक विद्वता और भारतीय ज्ञान परंपरा में योगदान के लिए पद्मश्री मिला। मुख्यमंत्री ने उनके अयोध्या और काशी में मंदिर निर्माण हेतु शुभ समय निर्धारण जैसे कार्यों को "अविस्मरणीय" बताया।
डॉ. सत्यपाल सिंह, जिन्होंने पैरा एथलेटिक्स में भारत को वैश्विक मंच पर सम्मान दिलाया, को भी पद्मश्री सम्मान मिला। मुख्यमंत्री योगी ने उन्हें खेल जगत के लिए प्रेरणा बताया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
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