1. संयुक्त राज्य अमेरिका (USA)
संयुक्त राज्य अमेरिका परमाणु पनडुब्बियों के मामले में सबसे अग्रणी देश है। अमेरिका के पास सबसे अधिक परमाणु पनडुब्बियां हैं – कुल 68, इन पनडुब्बियों में मुख्य रूप से Ohio-class और Virginia-class शामिल हैं, जो दुनिया के सबसे उन्नत और शक्तिशाली पनडुब्बी वर्गों में मानी जाती हैं। इन पनडुब्बियों में बालिस्टिक मिसाइलों का खजाना होता है, जो युद्ध की स्थिति में दुश्मन के खिलाफ परमाणु हमले को अंजाम देने में सक्षम हैं।
2. रूस (Russia)
रूस के पास 29 परमाणु पनडुब्बियां हैं, जो अपनी परमाणु शक्ति के बल पर समुद्र में नियंत्रण बनाए रखती हैं। रूस के पास दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे खतरनाक परमाणु पनडुब्बियां हैं, जिनमें Typhoon-class और Borey-class शामिल हैं। ये पनडुब्बियां अत्याधुनिक मिसाइलों से लैस होती हैं और रूस की समुद्री रक्षा की रीढ़ मानी जाती हैं।
3 .चीन (China)
चीन के पास 12 परमाणु पनडुब्बियां हैं, जो Jin-class और Type 094-class के अंतर्गत आती हैं। इन पनडुब्बियों में चीन के परमाणु मिसाइलों का भंडार होता है और यह चीन के समुद्रों में स्थिर सुरक्षा सुनिश्चित करने का कार्य करती हैं। चीन ने अपनी समुद्री शक्ति को मजबूत करने के लिए परमाणु पनडुब्बियों के विकास में बड़ा निवेश किया है, और इन पनडुब्बियों की ताकत उसे वैश्विक शक्ति बनने की दिशा में मदद करती है।
4. यूनाइटेड किंगडम
ब्रिटेन के पास 11 परमाणु पनडुब्बियां हैं, जो Vanguard-class और Astute-class के अंतर्गत आती हैं। ब्रिटिश नौसेना की परमाणु पनडुब्बियां विशेष रूप से Trident II D5 बैलिस्टिक मिसाइलों से लैस हैं। ये पनडुब्बियां ब्रिटेन के परमाणु निवारण और समुद्र की सुरक्षा को सुनिश्चित करती हैं। ब्रिटेन की परमाणु पनडुब्बियां वैश्विक शांति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, विशेष रूप से उनकी पारंपरिक और रणनीतिक सुरक्षा में।
5. फ्रांस (France)
फ्रांस के पास 8 परमाणु पनडुब्बियां हैं, जो Triomphant-class के तहत आती हैं। फ्रांसीसी नौसेना की परमाणु पनडुब्बियां बालिस्टिक मिसाइलों से लैस हैं और समुद्र में लंबे समय तक छुपकर दुश्मन से मुकाबला कर सकती हैं। फ्रांस की समुद्री सुरक्षा में इन पनडुब्बियों का महत्वपूर्ण योगदान है, और यह फ्रांस को एक शक्तिशाली परमाणु शक्ति बनाता है।
6. भारत (India)
भारत के पास 2 परमाणु पनडुब्बियां हैं – आईएनएस अरिहंत और आईएनएस अरिघात ये पनडुब्बियां भारत के परमाणु त्रिकोण का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जिसमें भूमि, हवाई और समुद्र से परमाणु हमले की क्षमता होती है। INS Arihant भारतीय नौसेना की पहली स्वदेशी परमाणु पनडुब्बी है और इसका लक्ष्य भारत को आत्मनिर्भर परमाणु शक्ति बनाना है। भारत की यह रणनीति उसकी समुद्री सुरक्षा को सुदृढ़ करने और अपने क्षेत्रीय सुरक्षा लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करती है।
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