पुरुषों के लिए वरदान है गूलर: स्पर्म काउंट बढ़ाने में बेहद फायदेमंद

हेल्थ डेस्क: प्राचीन भारतीय आयुर्वेद में गूलर को औषधीय गुणों का खजाना माना गया है। इसकी जड़, छाल, पत्ते, फल और दूध, सभी का उपयोग किसी न किसी रोग के इलाज में होता आया है। खासतौर पर पुरुषों के लिए यह पेड़ किसी वरदान से कम नहीं है, क्योंकि यह न केवल शारीरिक बल और पौरुष शक्ति बढ़ाता है, बल्कि नपुंसकता, कमजोरी और कम स्पर्म काउंट जैसी समस्याओं के लिए भी कारगर माना जाता है।

गूलर क्या है?

गूलर (Ficus racemosa) एक पेड़ है जो भारत, नेपाल, श्रीलंका और दक्षिण-पूर्वी एशिया में पाया जाता है। इसके फलों का रंग कच्चे समय में हरा और पकने पर लाल या जामुनी हो जाता है। गूलर के फल को आयुर्वेद में "औषधि फल" की श्रेणी में रखा गया है।

पुरुषों के लिए गूलर के फायदे। 

1 .वीर्य की गुणवत्ता में सुधार: गूलर के फल में प्रचुर मात्रा में ज़िंक, आयरन और एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो स्पर्म की क्वालिटी और गतिशीलता (motility) को बेहतर बनाते हैं। यह शुक्राणुओं को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाता है।

2 .हॉर्मोन संतुलन में सहायक: गूलर टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के स्तर को संतुलित करने में मदद करता है, जो कि पुरुष प्रजनन स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक है।

3 .धातु दोष व शुक्रदोष में लाभकारी: आयुर्वेद में कहा गया है कि गूलर धातु (वीर्य) को गाढ़ा और पौष्टिक बनाता है। जिन पुरुषों में वीर्य पतला या मात्रा में कम होता है, उनके लिए गूलर अत्यंत लाभकारी है।

4 तनाव और थकावट में राहत: स्पर्म काउंट कम होने का एक कारण मानसिक तनाव भी हो सकता है। गूलर का सेवन शरीर को ऊर्जा देता है और मानसिक शांति प्रदान करता है।

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