यूपी में घर निर्माण के लिए नक्शा पास कराना महंगा

कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में मकान निर्माण के लिए अब नक्शा पास कराना महंगा हो गया है। कानपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी (KDA) ने नक्शे और शमन शुल्क की नई दरें लागू कर दी हैं, जिसका सीधा असर शहरवासियों पर पड़ने वाला है। कानपुर के नागरिकों को अब अपने मकान के निर्माण के लिए अतिरिक्त शुल्क चुकाना पड़ेगा, जिससे उनकी जेब पर बोझ बढ़ेगा।

नक्शा पास कराने की लागत:

कानपुर में 200 वर्ग मीटर के प्लॉट पर मकान निर्माण के लिए नक्शा पास कराने में अब 5000 रुपये अतिरिक्त चुकाने होंगे। पहले जहां इस शुल्क का भुगतान 1 लाख रुपये तक होता था, वहीं अब इसे बढ़ाकर 1.05 लाख रुपये कर दिया गया है। इस बढ़ी हुई रकम के साथ-साथ नए शुल्कों ने आम लोगों के लिए निर्माण प्रक्रिया को और भी महंगा बना दिया है।

नए शुल्कों का विस्तार:

कानपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी (KDA) ने न केवल नक्शा पास करने का शुल्क बढ़ाया है, बल्कि अन्य संबंधित शुल्कों में भी वृद्धि की है। अब 200 वर्ग मीटर के प्लॉट के लिए आवासीय परियोजनाओं में नक्शा पास करने पर 5 रुपये प्रति वर्ग मीटर का शुल्क लिया जाएगा। इसके अलावा, निरीक्षण शुल्क 20 रुपये प्रति वर्ग मीटर, मलबा शुल्क 52 रुपये प्रति वर्ग मीटर, एक्सटर्नल डेवलपमेंट शुल्क 2473 रुपये प्रति वर्ग मीटर और जल शुल्क 57.35 रुपये प्रति वर्ग मीटर भी लिया जाएगा।

शमन शुल्क में वृद्धि:

KDA ने बिठूर और अकबरपुर माती क्षेत्र का एक्सटर्नल शुल्क भी बढ़ा दिया है। पहले यह 584 रुपये प्रति वर्ग मीटर था, जिसे अब बढ़ाकर 610 रुपये प्रति वर्ग मीटर कर दिया गया है। इस बढ़ोतरी से, जहां एक ओर कानपुर शहर के लोगों की परेशानी बढ़ेगी, वहीं इन शुल्कों से कड़ी चुनौती का सामना करने वाले लोगों को अब निर्माण प्रक्रिया में अधिक निवेश करना पड़ेगा।

शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में असर:

नई दरों का असर सिर्फ कानपुर शहर पर ही नहीं, बल्कि इसके आसपास के क्षेत्रों जैसे बिठूर और अकबरपुर माती पर भी होगा। अब यहां के लोग भी निर्माण के लिए अतिरिक्त खर्च उठाने के लिए तैयार रहें। खासकर, छोटे और मध्यम वर्ग के लोग जो अपनी ज़िंदगी में पहली बार घर बनाने की योजना बना रहे थे, उनके लिए यह एक नई आर्थिक चुनौती बन गई है।

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