RudraM-II मिसाइल: पाकिस्तान के खिलाफ भारत की नई सुपरसोनिक ताकत

नई दिल्ली: भारत ने अपनी रक्षा शक्ति को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाते हुए स्वदेशी रूप से सुपरसोनिक एयर-टू-सर्फेस मिसाइल RudraM-II का विकास किया है। यह मिसाइल विशेष रूप से शत्रु के रडार, संचार केंद्रों और अन्य उच्च मूल्य वाले टारगेट को निशाना बनाने के लिए डिजाइन की गई है। इस मिसाइल के आने से भारत की वायुसेना को रणनीतिक बढ़त हासिल हुई है।

क्या है RudraM-II मिसाइल?

RudraM-II एक एंटी-रेडिएशन मिसाइल है, जिसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने विकसित किया है। यह मिसाइल पहले से मौजूद RudraM-I का अपग्रेडेड वर्जन है और इसमें लंबी रेंज, बेहतर सटीकता और अधिक घातक क्षमता है। इसे भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों जैसे SU-30MKI से लॉन्च किया जा सकता है।

पाकिस्तान के खिलाफ क्यों है प्रभावी?

पाकिस्तान अक्सर सीमा पार से गतिविधियों में संलिप्त रहा है और उसकी सैन्य संरचना में कई महत्वपूर्ण रडार और संचार हब हैं। RudraM-II मिसाइल की खासियत यह है कि यह दुश्मन के रेडार सिग्नल को ट्रैक करके उसे खत्म कर सकती है। इससे दुश्मन की एयर डिफेंस क्षमता को पूरी तरह से निष्क्रिय किया जा सकता है, जो किसी भी एयर स्ट्राइक से पहले सबसे बड़ी बाधा होती है।

मुख्य विशेषताएं:

गति: सुपरसोनिक (आवाज़ की गति से तेज़)

रेंज: 300 किलोमीटर से अधिक

लॉन्च प्लेटफॉर्म: फाइटर जेट (SU-30MKI)

लक्ष्य: दुश्मन के रडार, संचार केंद्र, एयर डिफेंस सिस्टम को नष्ट करना।

0 comments:

Post a Comment