भारतीय तेजस vs पाकिस्तानी JF-17: कौन है जंग का असली हीरो?

नई दिल्ली: जब बात आसमान की सुरक्षा की हो, तो एक-एक पंख भी मायने रखता है। भारत का हल्का लड़ाकू विमान तेजस और पाकिस्तान का JF-17 Thunder दोनों ही देशों की सैन्य ताकत के प्रतीक हैं। लेकिन सवाल ये है: अगर जंग का वक्त आया, तो कौन होगा आसमान का असली हीरो?

तेजस: भारत का स्वदेशी शेर

भारतीय वायुसेना का तेजस पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक पर आधारित है। यह हल्का, फुर्तीला और अत्याधुनिक एवियॉनिक्स से लैस है। इसकी खासियतें: मैक 1.8 की गति (लगभग 2,200 किमी/घंटा), ग्लास कॉकपिट, AESA रडार और फ्लाई-बाय-वायर सिस्टम, हवा से हवा और हवा से ज़मीन पर मार करने वाली मिसाइलें, बेहतर टर्निंग रेडियस और मैनुवरबिलिटी हैं। इसमें अमेरिका का इंजन लगा हुआ हैं।

JF-17 Thunder: पाक-चीन का प्रोजेक्ट

JF-17 थंडर पाकिस्तान और चीन के साझा प्रयास से बना है। इसका निर्माण चीन की कंपनी चेंगदू एयरोस्पेस और पाकिस्तान एयरोनॉटिकल कॉम्प्लेक्स (PAC) ने मिलकर किया है। इसकी गति मैक 1.6 हैं। इसमें KLJ-7 रडार सिस्टम, आधुनिक हथियार प्रणाली हैं। इसमें चीन से आयातित इंजन RD-93 लगा हुआ हैं। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, इसे भारतीय रडार और मिसाइलों के सामने कमजोर माना जाता है।

जंग के मैदान में कौन भारी?

विशेषज्ञों के अनुसार, तेजस तकनीकी रूप से ज्यादा उन्नत है। इसकी एवियॉनिक प्रणाली, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर और हथियार संयोजन JF-17 से बेहतर माने जाते हैं। वहीं JF-17 की सबसे बड़ी ताकत है — इसकी कम लागत और तेजी से उत्पादन। लेकिन असली सवाल तब उठेगा जब ये दोनों विमान आमने-सामने होंगे। तेजस अपने आधुनिक फीचर्स, स्वदेशी तकनीक और लड़ाकू क्षमता के कारण फिलहाल आगे नजर आता है। 

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