न्यूज डेस्क: बिहार में इस साल चुनाव होने हैं। जैसे जैसे चुनाव का समय नजदीक आ रहा हैं वैसे वैसे शराबबंदी को लेकर चर्चा जोर पकड़ ली हैं। एक ओर नीतीश कुमार जो शराबबंदी कानून लागू करके बिहार में शराब पीने और बेचने पर प्रतिबंध लगा चुके हैं।
वहीं दूसरी पार्टियां शराबबंदी पर जनमत संग्रह कराने की बात कर रही हैं। सूबे की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने शराबबंदी को लेकर जनमत संग्रह की बात की है, जिसे कांग्रेस ने भी समर्थन दिया है। तो सबसे बड़ा सवाल यहीं हैं की क्या बिहार में शराब से प्रतिबंद हट जाएगा।
बिहार में जबतक नीतीश राज है तबतक ऐसा होता दिखाई नहीं देता हैं। क्यों की नीतीश कुमार ने एक नई लकीर सुशासन की खींची है, इसमें कोई दो राय नहीं। जबतक वो बिहार के सीएम हैं तबतक शराबबंदी कानून बिहार में सख्ती से लागू रहेगा।
इधर, जदयू ने इसे सिरे से नकारा और कहा की बिहार की जनता नीतीश कुमार के फैसले के साथ है। ये महज राजनीतिक बयानबाज़ी का मुद्दा नहीं, बल्कि अब विपक्ष इसे चुनावी मुद्दा बनाने की तैयारी में और शराबबंदी पर जनमत संग्रह का मुद्दा बना रही हैं।
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