IMD के मुताबिक, 18 और 19 अप्रैल को राज्य के पूर्वी और पश्चिमी दोनों हिस्सों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में गरज-चमक के साथ 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं, जबकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की हवाओं के चलने की संभावना जताई गई है। साथ ही कुछ इलाकों में हीट नाइट (गर्म रातें) की स्थिति भी बन सकती है।
इन जिलों में सबसे ज्यादा असर की संभावना
सोनभद्र, चंदौली, वाराणसी, गाजीपुर, मऊ, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती और कुशीनगर जैसे जिलों में आंधी और बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग ने इन क्षेत्रों में लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
किसानों की बढ़ी चिंता
इस मौसमीय बदलाव का सबसे ज्यादा असर किसानों पर पड़ सकता है। खासकर उन किसानों पर, जिन्होंने अभी तक अपनी रबी फसल की कटाई पूरी नहीं की है। गेहूं, चना और मूंग की फसलें इस असमय बारिश और तेज हवाओं से प्रभावित हो सकती हैं। इसके अलावा, आंधी के चलते आम और मक्के की फसलों को भी नुकसान पहुंचने की आशंका है।
किसानों को दी गई सलाह
कृषि विशेषज्ञों और मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे अपनी फसलों की सुरक्षा को लेकर जरूरी कदम उठाएं। गेहूं की कटाई पूरी करने वाले किसान उसे तुरंत सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाएं और खुले खेतों में रखी फसल को ढंक कर रखें। साथ ही, बागवानी करने वाले किसान अपने बागों की देखरेख बढ़ाएं, ताकि तेज हवाओं से फलों का नुकसान कम किया जा सके।
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