महिला बैरकों का निर्माण
बिहार के नौ जिलों के 116 पुलिस थाना-ओपी में महिला पुलिस कर्मियों के लिए बैरक निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। यह बैरक महिला पुलिस कर्मियों को उनके कार्यस्थल पर रहने के लिए सुरक्षित और सुविधाजनक स्थान प्रदान करेंगे, जिससे उनका कामकाजी माहौल बेहतर हो सके। खासकर, उन जिलों में जहां महिला पुलिस कर्मियों की संख्या अधिक है, वहां उनकी सुविधा के लिए बैरकों का निर्माण अत्यंत आवश्यक हो गया था।
इन जिलों में रोहतास, कैमूर, भोजपुर, अरवल और सीवान शामिल हैं, जहां महिला पुलिस बैरकों का निर्माण 200 से 500 सिपाहियों की क्षमता के साथ किया जाएगा। इसके अलावा, पुलिस वाहनों की मरम्मत और रखरखाव के लिए भी पार्किंग गैराज शेड और वाशिंग पिट का निर्माण किया जाएगा। यह कदम पुलिस कर्मियों के कार्य को और भी सुचारू बनाने में मदद करेगा।
पटना में महिला बैरकों का निर्माण
पटना के बिहटा में एक रेल थाना सह बैरक का निर्माण किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, पटना के दानापुर, शाहपुर, बख्तियारपुर, शास्त्रीनगर, भगवानगंज, कोतवाली, फुलवारीशरीफ, पंडारक, बिहटा, दुल्हिनबाजार और शाहपुर में 20-20 महिला पुलिस बैरक बनाए जाएंगे। वहीं, बक्सर जिले में भी जिला अभियोजन कार्यालय के अतिरिक्त 10 थानों में महिला बैरक बनाए जाएंगे।
बिहार में मॉडल थाना भवनों का निर्माण
बिहार सरकार ने महिला पुलिस कर्मियों के लिए सिर्फ बैरक ही नहीं, बल्कि उनके कार्य स्थल पर बेहतर सुविधाएं देने के लिए कई मॉडल थाना भवनों का निर्माण भी शुरू किया है। भोजपुर जिले के जगदीशपुर में दो यूनिट अग्निशामालय कार्यालय भवन के साथ 14 थानों में महिला पुलिस बैरक बनाए जाएंगे। इसके अलावा पटना के श्रीकृष्णापुरी, गोपालपुर और बेउर में मॉडल थाना भवन का निर्माण किया जाएगा। साथ ही, औरंगाबाद के मुफ्फसिल थाना, बक्सर जिले के नैनीजोर थाना और गोपालगंज के बरौली थाने का भवन भी मॉडल के रूप में तैयार किया जाएगा।
0 comments:
Post a Comment