1. सूखा आंवला का चूर्ण
आंवला एक बहुपरकारी फल है, जो विटामिन C से भरपूर होता है। यह लिवर को डिटॉक्स करता है और वसा को कम करने में मदद करता है। सूखे आंवला का चूर्ण फैटी लिवर को ठीक करने में एक प्राकृतिक और प्रभावी उपाय है। 4 ग्राम सूखे आंवले का चूर्ण लें और इसे पानी के साथ दिन में तीन बार सेवन करें। इस उपाय को 20-25 दिनों तक नियमित रूप से अपनाने से फैटी लिवर के रोगों में आराम मिलता है।
फायदे: आंवला लिवर के स्वास्थ्य को बढ़ाता है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। लिवर में फैट जमा होने की प्रक्रिया को धीमा करता है।
2. एप्पल साइडर विनेगर
एप्पल साइडर विनेगर (ACV) को प्राकृतिक उपचार के रूप में काफी सराहा गया है। यह लिवर में जमा फैट को कम करने में मदद करता है। एप्पल साइडर विनेगर में पाए जाने वाले एंजाइम और एसिड शरीर के मेटाबोलिज्म को सुधारने में मदद करते हैं, जिससे लिवर की कार्यप्रणाली में सुधार होता है। एक गिलास पानी में एक चमच एप्पल साइडर विनेगर डालकर दिन में एक या दो बार पिएं। आप इसमें शहद भी मिला सकते हैं, ताकि यह स्वादिष्ट और असरदार हो जाए।
फायदे: लिवर में फैट को घटाता है। पाचन क्रिया को सुधरता है और विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकालता है। शरीर में शुगर और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करता है।
3. जामुन का सेवन करें
जामुन एक और अद्भुत फल है, जो फैटी लिवर के उपचार में मदद कर सकता है। जामुन में एंटीऑक्सीडेंट्स और जिंक होते हैं, जो लिवर की सेहत को बेहतर बनाते हैं। यह फल लिवर में जमा फैट को कम करने में मदद करता है और शरीर की डिटॉक्सिफिकेशन प्रक्रिया को गति देता है। 200-300 ग्राम पके हुए जामुन हर रोज खाली पेट खाएँ। जामुन का सेवन सुबह के समय करना सबसे फायदेमंद होता है।
फायदे: जामुन का सेवन लिवर की कार्यक्षमता को बढ़ाता है। यह रक्त शर्करा और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है। जामुन में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं।
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