1. फेफड़ों का कैंसर
सिगरेट पीने वालों में फेफड़ों का कैंसर सबसे आम और जानलेवा बीमारी है। सिगरेट में मौजूद टार और निकोटिन फेफड़ों की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं और धीरे-धीरे कैंसर का रूप ले लेते हैं। शोध बताते हैं कि लगभग 85% फेफड़ों के कैंसर का कारण धूम्रपान होता है।
2. दिल की बीमारियां
सिगरेट धमनियों को संकरा कर देती है, जिससे ब्लड फ्लो में बाधा आती है और हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। यहां तक कि पैसिव स्मोकिंग (यानि दूसरे के धुएं को सांस से अंदर लेना) भी हृदय रोगों का कारण बन सकता है।
3. क्रॉनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज
यह एक गंभीर फेफड़ों की बीमारी है जो सांस लेने में तकलीफ देती है। इसमें ब्रोंकाइटिस और एम्फायसीमा जैसे रोग शामिल होते हैं। यह रोग धीरे-धीरे बढ़ता है और मरीज को ऑक्सीजन सपोर्ट तक की ज़रूरत पड़ सकती है।
4. मुँह और गले का कैंसर (Oral & Throat Cancer)
सिगरेट के धुएं का सीधा असर मुँह, गला और श्वासनली पर पड़ता है। लंबे समय तक धूम्रपान करने वालों को जीभ, होंठ, गले और आवाज़ की नली में कैंसर होने का खतरा बहुत अधिक होता है।
5. गर्भपात और प्रजनन संबंधी समस्याएं (Reproductive Issues)
महिलाओं में सिगरेट पीने से गर्भधारण में दिक्कत, समय से पहले बच्चा पैदा होना या गर्भपात की संभावना बढ़ जाती है। पुरुषों में यह शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता पर नकारात्मक असर डालता है।
0 comments:
Post a Comment