बिहार में 600 करोड़ रुपये की लागत से बनेंगे 3 नए बाइपास!

पटना: बिहार में सड़कों के नेटवर्क को और अधिक मज़बूत करने की दिशा में एक अहम कदम उठाया गया है। राज्य सरकार ने हाल ही में 600 करोड़ रुपये की लागत से तीन प्रमुख बाइपास सड़कों के निर्माण को मंजूरी दी है। ये बाइपास न केवल क्षेत्रीय आवागमन को सुगम बनाएंगे, बल्कि जाम की समस्या से भी निजात दिलाएंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश के बाद पथ निर्माण विभाग ने इसकी प्रक्रिया तेज़ी से शुरू कर दी है।

1 .राजगीर बाइपास का चौड़ीकरण

हिलसा पथ प्रमंडल के तहत एनएच-82 के किलोमीटर 77 से लेकर राजगीर अंतरराष्ट्रीय खेल अकादमी मोड़ तक की सड़क का चौड़ीकरण किया जाएगा। वर्तमान में यह सड़क दो लेन की है, जिसे चार लेन (फोरलेन) में बदला जाएगा। इसका कुल खर्च 139 करोड़ 14 लाख 70 हजार रुपये अनुमानित है। इससे राजगीर अंतरराष्ट्रीय खेल अकादमी सहित पूरे क्षेत्र में पर्यटन और खेल से जुड़ी गतिविधियों को बल मिलेगा।

2 .आरा-मोहनिया बाइपास (कोचस)

कोचस क्षेत्र में आरा-मोहनिया सड़क पर करीब 12.25 किलोमीटर लंबाई में बाइपास का निर्माण किया जाएगा। इसकी अनुमानित लागत 54 करोड़ 9 लाख 41 हजार रुपये तय की गई है। इस बाइपास के बनने से आरा से मोहनिया की ओर जाने वाले भारी वाहनों को शहर के भीड़भाड़ वाले हिस्सों से होकर नहीं गुजरना पड़ेगा, जिससे समय और ईंधन दोनों की बचत होगी।

3 .पचना ग्रीनफील्ड बाइपास (सरमेरा से लखीसराय सीमा तक)

शेखपुरा जिले के अंतर्गत आने वाले इस ग्रीनफील्ड बाइपास की लंबाई लगभग 21.5 किलोमीटर होगी और इसकी अनुमानित लागत 481 करोड़ 83 लाख 58 हजार रुपये है। यह बाइपास सरमेरा से लखीसराय जिले के पचना (भदौस) तक फैला होगा। इसके निर्माण से नालंदा और लखीसराय के बीच आवागमन और अधिक सुगम हो जाएगा, और यात्रियों को ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी।

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