यूपी के 75 जिलों में शिक्षामित्रों के लिए बड़ी खबर!

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में कार्यरत शिक्षामित्रों के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ा रहे शिक्षामित्रों के समायोजन और स्थानांतरण की प्रक्रिया 20 मई 2025 के बाद प्रारंभ की जाएगी। इसको लेकर राज्य सरकार ने आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी हैं और संबंधित अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

स्कूल शिक्षा महानिदेशालय ने सभी जिलों से शिक्षामित्रों की जानकारी ऑनलाइन मांगी है, लेकिन 56 जिलों द्वारा सूचना देने में लापरवाही बरतने पर उन्हें फटकार भी लगाई गई है। इन जिलों के बीएसए (बेसिक शिक्षा अधिकारी) को तीन दिनों के भीतर पूरी जानकारी भेजने का निर्देश दिया गया है।

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब राहत

वर्ष 2014-15 में अर्ह शिक्षामित्रों को प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक के रूप में नियुक्त किया गया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने 25 जुलाई 2017 को इस नियुक्ति को रद्द कर दिया था। इसके बाद 19 जून 2018 को उन्हें उनके मूल विद्यालयों में वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू की गई थी। बावजूद इसके, लगभग 24,500 शिक्षामित्र अभी भी अपने मूल विद्यालयों में वापस नहीं जा सके। अब समायोजन प्रक्रिया के तहत इन्हें फिर से अपने मूल विद्यालयों में स्थानांतरित किया जाएगा।

महिला शिक्षामित्रों को भी स्थानांतरण का लाभ

राज्य सरकार ने महिला शिक्षामित्रों की कठिनाइयों को भी गंभीरता से लिया है। विवाह के बाद अपनी ससुराल से मायके के गांव के स्कूल में आकर पढ़ाने वाली लगभग 16,500 महिला शिक्षामित्र लंबे समय से स्थानांतरण की राह देख रही थीं। इस बार समायोजन के साथ-साथ इनका भी स्थानांतरण किया जाएगा, जिससे उन्हें अपने परिवार के साथ रहकर कार्य करने में सहूलियत मिलेगी।

उत्तर प्रदेश में करीब 40,500 शिक्षामित्रों को होगा लाभ

इस पूरी प्रक्रिया से लगभग 40,500 शिक्षामित्रों को लाभ मिलेगा। स्कूल शिक्षा महानिदेशक कंचन वर्मा ने कहा है कि गर्मियों की छुट्टियों के दौरान इस प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा ताकि शिक्षण कार्य में किसी प्रकार की बाधा न आए। उप्र प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के प्रदेश महामंत्री सुशील यादव ने इस निर्णय का स्वागत किया है और कहा कि इससे हजारों शिक्षामित्रों को मानसिक, पारिवारिक और आर्थिक राहत मिलेगी।

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