यूपी में गाड़ी खरीदना महंगा, सरकार ने बढ़ाई टैक्स!

लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को एक महत्वपूर्ण कैबिनेट बैठक में 13 प्रस्तावों को मंजूरी दी, जिनमें गाड़ी खरीदने पर टैक्स बढ़ाने का प्रस्ताव भी शामिल था। योगी सरकार ने दो पहिया और चार पहिया वाहनों पर टैक्स में वृद्धि का ऐलान किया है, जिससे अब इन गाड़ियों को खरीदने का खर्च बढ़ जाएगा। यह कदम राज्य सरकार के राजस्व को बढ़ाने के लिए उठाया गया है, जिससे 412 करोड़ रुपये का अतिरिक्त टैक्स मिल सकेगा।

क्या बदला है टैक्स?

नई टैक्स दरों के अनुसार, 10 लाख से कम कीमत वाले नॉन-एसी (एयर कंडीशनर रहित) वाहनों पर अब 8 प्रतिशत टैक्स लगेगा। पहले इन वाहनों पर 7 प्रतिशत टैक्स लगता था। इसके अलावा, 10 लाख रुपये से कम कीमत वाली एसी कारों पर भी टैक्स में वृद्धि की गई है। पहले इन पर 8 प्रतिशत टैक्स लगता था, जो अब 9 प्रतिशत हो गया है। वहीं, 10 लाख रुपये से ज्यादा कीमत वाली गाड़ियों पर टैक्स दर 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 11 प्रतिशत कर दी गई है।

दो पहिया वाहनों पर बदलाव

दो पहिया वाहनों के लिए भी टैक्स में वृद्धि की गई है। 40,000 रुपये से अधिक कीमत वाले दो पहिया वाहनों पर अब 8 प्रतिशत टैक्स की जगह 9 प्रतिशत टैक्स लगेगा। हालांकि, 40,000 रुपये से कम कीमत वाले दो पहिया वाहनों पर टैक्स में कोई वृद्धि नहीं की गई है और यह पहले की तरह 7 प्रतिशत ही रहेगा।

इलेक्ट्रिक वाहन पर असर

चर्चा का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि इलेक्ट्रिक वाहनों पर टैक्स को मुक्त रखा गया है, ताकि पर्यावरण की दिशा में सुधार हो सके और सस्ती इलेक्ट्रिक गाड़ियों को बढ़ावा मिले। हालांकि, इससे राज्य सरकार को लगभग 1000 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा था, लेकिन टैक्स बढ़ाने से सरकार को 412 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होगा।

टैक्सी और मालवाहक वाहनों पर क्या बदलाव हुआ?

राज्य सरकार ने टैक्सी (चार पहिया) वाहनों पर परिवहन टैक्स में कमी की है, जिससे टैक्सी संचालकों को थोड़ी राहत मिलेगी। वहीं, बड़े मालवाहक वाहनों के टैक्स को बढ़ा दिया गया है, ताकि इनसे अधिक राजस्व प्राप्त किया जा सके।

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