न्यूज डेस्क: चीन के मिलिट्री इंटेलिजेंस के अधिकारी ने एक ऐसा लेख लिखा है जिससे चीन अब पूरी दुनिया के सामने घिर गया है. इस अधिकारी का कहना है कि अगर उसने अपने पहचान जाहिर कर दी तो उसकी जान खतरे में आएगी लेकिन वो बहुत साफ तौर पर कह रहा है कि उसके पास ऐसी जानकारी है जो चीन की सरकार को उखाड़ फेंकने की ताकत रखती है.चीन अब पूरी दुनिया में अकेला पड़ सकता हैं।
चीन से अमेरिका ने मांगा था 'वायरस'?
चीन के अधिकारी के मुताबिक अमेरिका की इंटेलिजेंस एजेंसी को भी इस बायलॉजिकल एजेंट की खबर लग चुकी थी और CIA भी इसमें दिलचस्पी दिखा रहा था.
चीन ने जिस वायरस को लैब में बनाया उसकी भनक अमेरिका को भी लग चुकी थी. चीन के अधिकारी ने अपने लेख में लिखा, चीन और अमेरिका के बीच वायरस के लेनदेन पर डील क्यों नहीं हो सकी. अधिकारी ने लिखा, "हमारे अमेरिकी दोस्तों ने भी वायरस में दिलचस्पी दिखाई थी।हमारे CIA से अच्छे रिश्ते हैं लेकिन क्योंकि ये बहुत खतरनाक था इसलिए हमने मना कर दिया. CIA को लग रहा था की हमने बहुत ही ताकतवर चीज बना ली है और चीन इसे अपने तक ही रखना चाहता है. अमेरिकी इंटेलिजेंस एजेंसी ने चीन के रिसर्चर को बड़ी धनराशि की पेशकश की और उस वायरस की मांग की. रिसर्चर अमेरिकी एजेंसी को वायरस का नमूना बेचने के तैयार हो गया.
अमेरिकी एजेंट चीन के रिसर्चर से उस वायरस की डील कर रहा था तो चीन को भनक लग गई। एक शूटआउट हुआ जिसमें कई लोग मारे गए. हालांकि अमेरिकी एजेंट भागने में कामयाब हो गया. ये शूट आउट जानवरों के बाजार के पास हुआ था, और जिस शीशी में वायरस का नमूना वो वहीं पर गिर गई थी. यही वजह है कि ये वायरस वुहान में फैला. चीन ने ये कहकर इसे छिपाने की कोशिश की ये चमगादड़ से फैला. चीन ने लोगों से झूठ बोला की वुहान में सिर्फ फ्लू फैला है, लेकिन धीरे धीरे पूरी दुनिया को उस वायरस ने अपनी चपेट में ले लिया जिसे चीन ने अपनी लैब में बनाया था.
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