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वडोदरा के रास्ते चलेगी 4 जोड़ी पूजा स्पेशल ट्रेनें

वडोदरा: त्योहारों के इस सीजन में रेलवे ने 4 जोड़ी ट्रेनें चलाने का ऐलान किया हैं। यदि आप इस ट्रेन से सफर करना चाहते हैं तो आप रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट पोर्टल पर जा कर ट्रेनों का शेड्यूल चेक करें और फिर ऑनलाइन या ऑफलाइन किसी भी माध्यम से टिकट बुक करें।

वडोदरा के रास्ते चलेगी 4 जोड़ी पूजा स्पेशल ट्रेनें। 

ट्रेन संख्या 05116: उधना- छपरा स्पेशल उधना से 10.00 बजे प्रस्थान करेगी और अगले दिन 22.30 बजे छपरा पहुंचेगी। यह ट्रेन 3, 10 और 17 नवंबर, 2024 को चलेगी। 

ट्रेन संख्‍या 05115: छपरा- उधना स्पेशल 22.30 बजे छपरा से प्रस्थान करेगी और दूसरे दिन 08.00 बजे उधना पहुंचेगी। यह ट्रेन 1, 8 और 15 नवंबर, 2024 को चलेगी।

इस ट्रेन का स्टॉपेज : यात्रा के दौरान यह ट्रेन दोनों दिशाओं में सूरत, भरूच, वडोदरा, गोधरा, रतलाम, उज्जैन, संत हिरदाराम नगर, बीना, सौगोर, दमोह, कटनी मुरवारा, सतना, मानिकपुर, प्रयागराज छिवकी, मिर्ज़ापुर, वाराणसी, औंरिहार, ग़ाज़ीपुर सिटी और बलिया स्टेशनों पर रुकेगी।

ट्रेन संख्या 05026: उधना- मऊ सुपरफास्ट स्पेशल गुरुवार 31 अक्टूबर, 2024 को 15.00 बजे उधना से प्रस्थान करेगी और अगले दिन 21.00 बजे मऊ पहुंचेगी।

इस ट्रेन का स्टॉपेज : यात्रा के दौरान यह ट्रेन वडोदरा, रतलाम, नागदा, शामगढ़, भवानी मंडी, कोटा, गंगापुर सिटी, बयाना, आगरा फोर्ट, टूंडला, कानपुर सेंट्रल, ऐशबाग, बादशाहनगर, बाराबंकी, गोंडा, बस्ती, खलीलाबाद, गोरखपुर, देवरिया सदर, भटनी, सलेमपुर और बेल्थरा रोड स्टेशनों पर रुकेगी।

ट्रेन संख्या 05030: बांद्रा टर्मिनस-गोरखपुर स्पेशल के फेरे बढ़ा दिए गए हैं। यह ट्रेन अब 16 और 20 नवंबर, 2024 को भी चलेगी। 

ट्रेन संख्या 05029: गोरखपुर-बांद्रा टर्मिनस स्पेशल के फेरे बढ़ा दिए गए हैं। यह ट्रेन अब 14 और 18 नवंबर, 2024 को भी चलेगी।

ट्रेन संख्या 05018/05017 : 17 नवंबर, 2024 को ट्रेन संख्या 05018 उधना-मऊ सुपरफास्ट स्पेशल का एक अतिरिक्त फेरा चलाया जायेगा। इसी तरह, 16 नवंबर, 2024 को ट्रेन संख्या 05017 मऊ-उधना सुपरफास्ट स्पेशल का एक अतिरिक्त फेरा चलाया जायेगा।

भारत सरकार के संस्थान में 65 पदों पर वैकेंसी

नई दिल्ली: भारत सरकार के संस्थान में 65 पदों पर वैकेंसी निकली हैं। इसके लिए इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड (ECIL) द्वारा नोटिश जारी किया गया हैं। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार प्रकाशित नोटिफिकेशन को अच्छी तरह से पढ़ें और आवेदन करें।

पद का नाम : Project Engineer (PE), Technical Officer (TO)/ Officer और Assistant Project Engineer (APE)/ Assistant Engineer.

पदों की संख्या : कुल 65 पद।

योग्यता : इन पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों की योग्यता पदों के अनुसार बीई, बीटेक, एमएससी, डिप्लोमा आदि निर्धारित किया गया हैं। 

आयु सीमा : भर्ती नोटिफिकेशन के अनुसार इन पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों की अधिकतम आयु सीमा 33 वर्ष निर्धारित किया गया हैं। 

चयन प्रक्रिया : इन पदों पर उम्मीदवारों का चयन इंटरव्यू के माध्यम से किया जायेगा। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए नोटिश देखें। 

आवेदन प्रक्रिया : आप  इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड (ECIL) की वेबसाइट पर जा कर नोटिश को पढ़ें और आवेदन करें। 

आधिकारिक वेबसाइट : https://www.ecil.co.in/jobs/Advt_24_2024.pdf

चयनित उम्मीदवारों का वेतन : 67000-78000/- Per Month

आवेदन करने की अंतिम तिथि : 11 नवंबर 2024 

'तेजस मार्क-1A' का इंजन ताकतवर, बनाता हैं US

नई दिल्ली: तेजस लड़ाकू विमान के इंजन को अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक (GE) बनाती है। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक (जीई) द्वारा इंजनों की आपूर्ति में लगातार हो रही देरी के कारण, तेजस मार्क-1A के निर्माण में देरी हो रही हैं।

खबर के अनुसार भारतीय वायुसेना अगले 15 सालों में 180 तेजस मार्क-1ए और कम से कम 108 मार्क-2 जेट विमानों को शामिल करने पर विचार कर रही है। लेकिन अमेरिका से इसके इंजन की सप्लाई में हो रही देरी के कारण इसका निर्माण कार्य प्रभावित हो रहा हैं।

'तेजस मार्क-1A' के इंजन की 5 ताकत। 

1 .उच्च गति और प्रदर्शन: तेजस का इंजन उच्चतम गति और उत्कृष्ट थ्रस्ट-टु-वेट रेशियो प्रदान करता है, जिससे विमान तेजी से उड़ान भर सकता है और बेहतर एयरबॉर्न प्रदर्शन हासिल कर सकता है।

2 .सामरिक क्षमता: इंजन को विभिन्न प्रकार के युद्ध सामग्री और हथियारों के साथ काम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिससे यह लड़ाई में अधिक प्रभावी बनता है।

3 .विश्वसनीयता: इसका विकसित इंजन उच्च विश्वसनीयता के साथ आता है, जिससे लंबे समय तक सेवा में रहने की क्षमता बढ़ती है।

4 .टेक्नोलॉजी का समावेश: इंजन में उन्नत अमेरिकी टेक्नोलॉजी का उपयोग किया गया है, जिससे इसकी दक्षता और कार्यक्षमता में वृद्धि होती है।

5 .मॉड्यूलर डिज़ाइन: इसका डिज़ाइन ऐसा है कि इसे आसानी से अद्यतन और सुधारित किया जा सकता है, जिससे भविष्य में नए विकास को शामिल करना सरल होता है।

यूपी में इन लोगों को 35000 रुपए दे रही सरकार

बलिया: उत्तर प्रदेश में रहने वाले लोगों के लिए एक बड़ी खबर आ रही हैं। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक योगी सरकार दिव्यांग दंपत्तियों को शादी के बाद शादी-विवाह प्रोत्साहन पुरस्कार योजना के तहत आर्थिक मदद दे रही हैं। इसका लाभ लेने के लिए आवेदन कर सकते हैं।

खबर के अनुसार शादी-विवाह प्रोत्साहन पुरस्कार योजना के तहत दंपत्ति में युवक के दिव्यांग होने की दशा में सरकार के द्वारा 15,000 रुपये की राशि दी जाती हैं। जबकि युवती के दिव्यांग होने की स्थिति में 20,000 रुपए और युवक-युवती दोनों के दिव्यांग होने की स्थिति में 35,000 की राशि मिलती हैं। 

बता दें की इस योजना के लाभ लेने के लिए लड़के की शादी की समय उम्र सीमा 21 साल से कम और 45 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए। जबकि युवती की उम्र सीमा 18 साल से कम व 45 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए। इसको लेकर निर्देश दिए गए हैं। 

ऐसे करें आवेदन : यदि आप शादी-विवाह प्रोत्साहन पुरस्कार योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो आप आधिकारिक वेबसाइट पोर्टल http//divyangjian.upsdc.gov.in पर जा कर ऑनलाइन के द्वारा आवेदन कर सकते हैं। आपके पास आधार कार्ड, बैंक खाता के साथ साथ दिव्यांगता वाला संयुक्त नया पासपोर्ट साईज फोटो आदि होनी चाहिए।

भारत के 7 खतरनाक हथियार जो देश में ही हुए तैयार

नई दिल्ली: भारत ने कई खतरनाक हथियार विकसित किए हैं, जो उसकी रक्षा क्षमताओं को बढ़ाते हैं। ये सभी हथियार भारत की आत्मनिर्भरता और रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने के दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। इसके विकास में भारत के इंजीनियरों और वैज्ञानिकों ने दिन-रात मेहनत किये हैं।

भारत के 7 खतरनाक हथियार जो देश में ही हुए तैयार:

1 .अग्नि मिसाइल: यह एक सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसकी रेंज 700 से 5000 किलोमीटर तक है। इसका विकास DRDO ने किया है।

2 .तेजस विमान: यह एक हल्का लड़ाकू विमान है जो भारतीय वायुसेना के लिए विकसित किया गया है। इसका निर्माण HAL (हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड) द्वारा किया गया है।

3 .‘INS अरिघात': इंडियन नेवी की न्यूक्लियर सबमरीन ‘INS अरिघात' भारत में ही बनाई गई हैं। इसे 29 अगस्त 2024 को स्ट्रेटेजिक फोर्स कमांड (एसएफसी) में शामिल किया गया हैं।

4 .रुद्रम मिसाइल: यह एंटी-रेडिएशन मिसाइल है, जिसका उद्देश्य दुश्मन की वायु रक्षा प्रणालियों को नष्ट करना है। इसे DRDO ने विकसित किया है।

5 .LCH प्रचंड: यह देश में ही विकसित हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर (LCH) हैं। इसे 03 अक्टूबर, 2022 को औपचारिक रूप से भारतीय वायुसेना ने अपने बेड़े में शामिल किया

6 .सुपर सोनिक एंटी-शिप मिसाइल (BrahMos): यह एक संयुक्त भारतीय-रूसी परियोजना है, जो एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है। इसे जहाजों और पनडुब्बियों द्वारा लॉन्च किया जा सकता है। इसे भारत में बनाया गया हैं।

7 .आईएनएस विक्रांत: यह पहला स्वदेशी विमान वाहक पोत हैं। आईएनएस ‘विक्रांत' को 2 सितंबर 2023 को नौसेना में शामिल किया गया। विक्रांत भारत में बनाया गया अब तक का सबसे बड़ा युद्धपोत है

यूपी के 74 ग्राम पंचायतों को CM योगी का तोहफा

गोरखपुर: उत्तर प्रदेश में रहने वाले लोगों के लिए एक बड़ी खबर आ रही हैं। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक सीएम योगी उत्तर प्रदेश के 74 ग्राम पंचायतों को एक बड़ा तोहफा देने वाले हैं। जिससे इन ग्राम पंचायतों के लोगों की कई परेशानी दूर हो जाएगी।

खबर के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को वनटांगिया समुदाय के साथ दिवाली मनाएंगे। इस दौरान वो जिले की 74 ग्राम पंचायतों को 185 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का उपहार भी देंगे। इसको लेकर सभी तरह की तैयारी पूरी कर ली गई हैं।

बता दें की सीएम उत्तर प्रदेश जल निगम (ग्रामीण) द्वारा 150.35 करोड़ की लागत से जंगल तिकोनिया नंबर तीन समेत 42 गांवों में उपलब्ध कराई गई पेयजल परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे। वहीं, 32 ग्राम पंचायतों में परफॉर्मेंस ग्रांट से 34.66 करोड़ रुपये की लागत से कराए गए विकास कार्यों का भी लोकार्पण करें। 

दरअसल सीएम योगी संग दिवाली मनाने को लेकर वनग्राम सज-धज कर तैयार हैं।  बतौर मुख्यमंत्री वह लगातार आठवीं बार वनटांगियों के साथ दीपावली की खुशियां बांटेंगे। बता दें की योगी 2009 से ही बतौर सांसद यहां दीपावली मनाते रहे हैं और मुख्यमंत्री बनने के बाद भी इस परंपरा को चालू रखा हैं।

बिहार में क्लर्क, असिस्टेंट, जेई के 553 पदों पर भर्ती

पटना: बिहार में क्लर्क, असिस्टेंट, जेई के 553 पदों पर भर्ती होने वाली हैं। इसके लिए बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड (BSPHCL) के द्वारा नोटिश जारी किया गया हैं। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार प्रकाशित नोटिफिकेशन को अच्छी तरह से पढ़ें और आवेदन को पूरा करें।

पद का नाम : सहायक अभियंता (सिविल), लेखा अधिकारी, राजस्व अधिकारी, सहायक आईटी प्रबंधक, जूनियर इंजीनियर, सहायक विधि अधिकारी, सहायक, पत्राचार क्लर्क, स्टोर सहायक और जूनियर अकाउंट क्लर्क आदि।

पदों की संख्या : कुल 553 पद। 

योग्यता : इन पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों की योग्यता पदों के अनुसार निर्धारित किया गया हैं। इसकी जानकारी के लिए नोटिश देखें। 

आवेदन की तिथि : इन पदों पर आवेदन की प्रक्रिया 1 नवंबर से शुरू होगी जो 15 नवंबर तक चलेगी। इस अवधि में आप आवेदन कर सकते हैं। 

चयन प्रक्रिया : भर्ती नोटिफिकेशन के अनुसार इन पदों पर उम्मीदवारों का चयन टेस्ट के द्वारा होगा। इसके बारे में पूरी जानकारी के लिए नोटिश देखें। 

आवेदन प्रक्रिया : आप बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड (BSPHCL) की वेबसाइट पर जा कर नोटिश को पढ़ें और आवेदन को पूरा करें।

आधिकारिक वेबसाइट : https://www.bsphcl.co.in/

बिहार में एक व्यक्ति खरीद सकते हैं इतनी जमीन

पटना: भारत में किसी व्यक्ति के पास कितनी भी संपत्ति हो सकती है, इस पर कोई प्रतिबंध नहीं है। लेकिन अलग-अलग राज्यों के द्वारा जमीन खरीद-बिक्री को लेकर नियम बनाये गए हैं। इसी नियम के तहत एक व्यक्ति जमीन की खरीद कर सकता हैं।

खबर के अनुसार बिहार में एक व्यक्ति खेती और गैर-खेती के लिए कुल 15 एकड़ ज़मीन खरीद सकता है। जबकि उत्तर प्रदेश में अधिकतम 12.5 एकड़ खेती योग्य जमीन एक व्यक्ति खरीद सकता है। इससे ज्यादा जमीन खरीदने के लिए सरकार से अनुमति की जरूरत हो सकती हैं। 

जमीन खरीदते समय 4 बातों का रखें ध्यान। 

1 .कानूनी स्थिति: सुनिश्चित करें कि जमीन के कागजात सही और साफ हैं। सभी आवश्यक दस्तावेज, जैसे कि रजिस्ट्री, भूमि उपयोग प्रमाण पत्र, और एनओसी की जांच करें।

2 .भूमि उपयोग योजना: यह जांचें कि भूमि का उपयोग किस प्रकार की गतिविधियों के लिए निर्धारित है (जैसे आवासीय, वाणिज्यिक, कृषि)।

3 .संपत्ति की सीमाएं: जमीन की सीमाओं का सही माप लें। आसपास की जमीनों के मालिकों के साथ विवाद से बचने के लिए यह जरूरी है कि सीमाएं स्पष्ट हों।

4 .वित्तीय पहलू: खरीदारी से पहले बजट बनाएं। इसके साथ ही, टैक्स, रजिस्ट्री शुल्क और अन्य खर्चों का भी ध्यान रखें। इसके अलावा, वित्तीय संस्थानों से लोन की संभावनाओं की जांच करें।

भारत ने लॉन्च की चौथी परमाणु पनडुब्बी एस-4

नई दिल्ली: विशाखापट्टनम के शिप बिल्डिंग सेंटर से अरिहंत श्रेणी की चौथी परमाणु पनडुब्बी एस-4 लॉन्च किया गया हैं। यह भारत की रक्षा क्षमताओं में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस पनडुब्बी की 3,500 किमी रेंज और एक साथ 8 के-4 बैलिस्टिक मिसाइल दागने की क्षमता इसे रणनीतिक दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण बनाती है।

खबर के अनुसार अरिहंत श्रेणी की पनडुब्बियां रूस की मदद से विकसित की जा रही हैं, और इस प्रकार की दो पनडुब्बियां पहले से ही भारतीय नौसेना में शामिल हो चुकी हैं। वहीं, पनडुब्बी एस-4 की लॉन्चिंग की गोपनीयता यह दर्शाती है कि भारत अपनी सैन्य प्रौद्योगिकी और क्षमताओं को मजबूती से विकसित कर रहा है, खासकर ऐसे समय में जब क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियां बढ़ रही हैं।

भारत की पहली पनडुब्बी आईएनएस अरिहंत:

यह भारत की पहली बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी।

जलावतरण: 26 जुलाई, 2009।

रेंज: 750 किमी की के-15 परमाणु मिसाइलें।

साल 2016 में नौसेना में शामिल हुई।

भारत की दूसरी पनडुब्बी आईएनएस अरिघाट:

दूसरी पनडुब्बी, जो 2017 में लॉन्च हुई।

29 अगस्त, 2023 को नौसेना में शामिल हुई।

भारत की तीसरी पनडुब्बी आईएनएस अरिदमन:

तीसरी पनडुब्बी, लॉन्च 23 नवंबर, 2021

आईएनएस अरिहंत से 13.8 मीटर बड़ी।

कम से कम 8 के-4 बैलिस्टिक मिसाइलें ले जा सकती है।

भारत की चौथी परमाणु पनडुब्बी। 

लॉन्चिंग का समय: 16 अक्टूबर, 2023,

परमाणु पनडुब्बी एस-4 3,500 किमी. रेंज में एक साथ 8 के-4 बैलिस्टिक मिसाइल दागने में सक्षम है।

दुनिया में ये 4 देश बनाते हैं लड़ाकू विमान के इंजन

नई दिल्ली: फाइटर जेट्स के इंजन को आमतौर पर टरबाइन इंजन कहा जाता है। ये इंजन उच्च गति और दक्षता प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किए गए होते हैं। पूरी दुनिया में सिर्फ चार देश हैं, जहां पर फाइटर जेट्स के इंजन बनते हैं, ये देश हैं- अमेरिका, रूस, इंग्लैंड और फ्रांस हैं।

खबर के अनुसार चीन ने हाल के वर्षों में अपने जेट इंजन तकनीक में काफी प्रगति की है, और अब वहाँ भी उच्च गुणवत्ता के इंजन बनाए जा रहे हैं। वहीं, भारत भी लड़ाकू विमान के जेट इंजन तैयार कर रहा हैं। इसके लिए भारत में रिसर्च का काम चल रहा हैं।

दुनिया में ये 4 देश बनाते हैं लड़ाकू विमान के इंजन। 

1 .संयुक्त राज्य अमेरिका: अमेरिका में कई कंपनियां जेट इंजन बनाती हैं, जिनमें से रेथॉन टेक्नोलॉजीज़ कॉर्पोरेशन (RTX), जनरल इलेक्ट्रिक (GE), प्रैट एंड व्हिटनी, हनीवेल (HON) आदि शामिल हैं।

2 .रूस: रूस में जेट इंजन बनाने वाली कंपनियां ये हैं इज़डेली, AL-51F1, रूसी एयरोस्पेस डिजाइन ब्यूरो भी जेट लड़ाकू विमान का प्रमुख निर्माता है।

3 .ब्रिटेन: ब्रिटिश एयरक्राफ्ट कॉर्पोरेशन और रोल्स-रॉयस जैसी कंपनियाँ लड़ाकू विमान के इंजन में विशेषज्ञता रखती हैं और जेट इंजन बनाती हैं।

4 .फ्रांस: सैफरान और डसॉल्ट एविएशन जैसे कंपनियाँ फ्रांस में प्रमुख इंजन निर्माता हैं। जो बेहतरीन जेट इंजन तैयार करती हैं।

दुश्मन की धरती हिला देती है भारत की ये मिसाइल

नई दिल्ली: "भारत की पृथ्वी-2 मिसाइल" एक महत्वपूर्ण सामरिक मिसाइल है, जो मुख्य रूप से दुश्मन के ठिकानों को लक्षित करने के लिए डिजाइन की गई है। इसकी रेंज और सटीकता इसे एक प्रभावी शस्त्र बनाती है, जो भारतीय सैन्य बलों की ताकत को बढ़ाती है।

एक रिपोर्ट के मुताबिक इस मिसाइल का उपयोग रणनीतिक रक्षा में किया जाता है और यह दुश्मन की धरती को हिला देने की क्षमता रखती है। इसके सफल परीक्षणों ने भारत की रक्षा क्षमताओं को और मजबूत किया है। यहां तक की चीन इस मिसाइल की काट ढूंढने में लगा हैं। 

पृथ्वी-2 मिसाइल की 6 बड़ी ताकत।

1 .सटीकता: पृथ्वी-2 मिसाइल को उच्च सटीकता के साथ लक्षित करने के लिए डिजाइन किया गया है, जिससे यह अपने लक्ष्यों को प्रभावी ढंग से हिट कर सकती है।

2 .रेंज: इसकी अधिकतम रेंज लगभग 350 किलोमीटर है, जिससे यह दुश्मन के गहरे ठिकानों को भी लक्षित कर सकती है।

3 .पेलोड क्षमता: पृथ्वी-2 एक भिन्न प्रकार के पेलोड ले जा सकती है, जिसमें पारंपरिक और परमाणु दोनों तरह के हथियार शामिल हैं।

4 .प्लेटफॉर्म लचीलापन: इसे मोबाइल लॉन्चर से भी लॉन्च किया जा सकता है, जिससे इसे आसानी से विभिन्न स्थानों पर तैनात किया जा सकता है।

5 .तेज प्रतिक्रिया समय: इसकी लॉन्चिंग प्रक्रिया तेज है, जिससे इसे तात्कालिक परिस्थितियों में भी उपयोग किया जा सकता है।

6 .सैन्य रणनीति में योगदान: यह मिसाइल भारत की सामरिक रक्षा रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत बनाती है।

बिहार सरकार इन किसानों को देगी 5-5 हजार

पटना: बिहार में मशरूम के उत्पादन को बढ़ाने के लिए सरकार के द्वारा मशरूम से सम्बंधित योजना (2024-25) चलाई जा रही हैं। इस योजना के तहत किसानों को मशरूम के उत्पादन के लिए अनुदान दिया जा रहा हैं। इसका लाभ लेने के लिए किसान आवेदन कर सकते हैं।

खबर के अनुसार इस योजना अंतर्गत एक आवेदक को न्यूनतम 25 और अधिकतम 100 किट दिया जाएगा। 100 किट के लिए सरकार के द्वारा 5000 रुपये की सब्सिडी उपलब्ध कराई जाएगी। जबकि 25 किट के लिए 1250 रुपये की सब्सिडी मिलेगी। 

बात दें की मशरूम किट की इकाई लागत ₹60 हैं जिस पर 90% अनुदान दिया जाएगा। वहीं, एक मशरूम किट का वजन 5 किलोग्राम होना चाहिए जिसमें 100 ग्राम उच्च गुणवत्ता का मशरूम स्पॉन मिला हो। इसका लाभ लेने के लिए ऑनलाइन के द्वारा आवेदन कर सकते हैं। 

दरअसल इस योजना का लाभ लेने के लिए जमीन की अनिवार्यता नहीं है। हालांकि  इस योजना का लाभ लेने हेतु आवेदक को प्राधिकृत संस्थान द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त करना अनिवार्य है। आप उद्यान निदेशालय,कृषि विभाग,बिहार की वेबसाइट पर जा कर आवेदन कर सकते हैं।

लुधियाना में Research Fellow की भर्ती, वेतन 31 हजार

न्यूज डेस्क: लुधियाना में Research Fellow की भर्ती निकली हैं। इसके लिए DEPARTMENT OF SOIL SCIENCE, PAU, LUDHIANA के द्वारा नोटिश जारी किया गया हैं। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार प्रकाशित नोटिफिकेशन को पढ़ें और आवेदन करें।

पद का नाम : Research Fellow.

योग्यता : इन पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों की योग्यता B.Sc. /B.Sc. (Agriculture), M.Sc. in Soil Science/Chemistry आदि होनी चाहिए। 

चयन प्रक्रिया : भर्ती नोटिफिकेशन के अनुसार इन पदों पर उम्मीदवारों का चयन इंटरव्यू में प्रदर्शन के अनुसार किया जायेगा। अधिक जानकारी के लिए नोटिश देखें। 

इंटरव्यू की तिथि : 11 नवंबर 2024

आवेदन प्रक्रिया : इच्छुक और योग्य उम्मीदवार PAU, LUDHIANA की आधिकारिक वेबसाइट पर जा कर नोटिश को पढ़ें और आवेदन कारण। 

आधिकारिक वेबसाइट : https://www.pau.edu/

चयनित उम्मीदवारों का वेतन : Rs.31000/- plus HRA per month

आवेदन करने की अंतिम तिथि : 4 नवंबर 2024 तक।

World की 5 सबसे तेज मिसाइलें, भारत का नाम भी शामिल

नई दिल्ली: मिसाइलें एक प्रकार का दिशा-निर्देशित हथियार हैं जो लक्ष्य को भेदने के लिए डिज़ाइन की गई हैं। वे कई प्रकार की होती हैं, जैसे की बैलिस्टिक मिसाइलें, क्रूज मिसाइलें, हाइपरसोनिक मिसाइलें, एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइलें, गाइडेड मिसाइलें आदि।

World की 5 सबसे तेज मिसाइलें, भारत का नाम भी शामिल:

डीएफ-41

डीएफ-41 चीन की सबसे उन्नत और तेज अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) है। इस मिसाइल की स्पीड मैक 25 लगभग 30,625 किमी प्रति घंटे की स्पीड तक पहुंच सकता है। यह अपने साथ कई वारहेड ले जा सकता हैं।

यूजीएम-133 ट्राइडेंट II

ट्राइडेंट II अमेरिका की ओर से इस्तेमाल की जाने वाली पनडुब्बी से लॉन्च होने वाली मिसाइल है। इस मिसाइल की स्पीड करीब 24 मैक हैं और इसकी रेंज 12000 किमी तक के लक्ष्य को मार सकता है। यह अपने साथ कई वारहेड ले जा सकता हैं।

​एलजीएम-30 मिनिटमैन III

मिनिटमैन III अमेरिका की अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल है। यह अमेरिका के न्यूक्लियर हथियारों में से एक है, जिसकी रेंज 13000 किमी तथा स्पीड 23 मैक (लगभग 28,300 किमी प्रति घंटे) की हैं। यह अपने साथ कई वारहेड ले जा सकती हैं।

​आरएस-28 सरमत

आरएस-28 सरमत को शैतान-2 के नाम से भी जाना जाता है। यह रूस की अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल है। इसकी स्पीड मैक 20 की हैं। यह कई परमाणु हथियार ले जा सकता है। इसकी रेंज करीब 18000 किलोमीटर तक बताई जाती हैं।

अग्नि 5

अग्नि -5 भारत की की अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल है। यह भारत के न्यूक्लियर हथियारों में से एक है, जिसकी रेंज 8000 किमी तथा स्पीड 23 मैक (लगभग 28,300 किमी प्रति घंटे) की हैं। यह अपने साथ कई वारहेड ले जा सकता हैं।

बिहार में भूमि सर्वेक्षण के कर्मियों का मानदेय बढ़ा

पटना: बिहार भूमि सर्वेक्षण के संविदा कर्मियों को लेकर एक बड़ी खबर आ रही हैं। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक विकास आयुक्त की अध्यक्षता में गठित समिति की अनुशंसा पर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में संविदा पर कार्यरत कर्मियों का मानदेय बढ़ा दिया गया है।

खबर के अनुसार बिहार भूमि सर्वे में लगे विशेष सर्वेक्षण सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी को अब 55 के बदले 65 हजार रुपया प्रतिमाह मानदेय मिलेगा। इनके मानदेय में सरकार ने दस हजार रुपये की बढ़ोत्तरी करने क आदेश जारी किया हैं। जिससे की इनकी बल्ले-बल्ले हो गई हैं। 

वहीं, विशेष सर्वेक्षण कानूनगो के मानदेय में आठ हजार रुपये की मासिक बढ़ोत्तरी की गई हैं। अब बिहार में संविदा पर काम कर रहे कानूनगो को 40 हजार रुपया मिलेगा। जबकि विशेष सर्वेक्षण अमीन का मानदेय 27 से बढ़ाकर 35, हजार रुपये कर दिया गया हैं। 

इसके अलावे विशेष सर्वेक्षण अमीन का मानदेय 25 से बढ़ाकर 30 हजार, अमीन एवं सर्वेयर का 18 सेे बढ़ाकर 25 और संविदा मोहर्रिर का मानदेय 21 हजार से बढ़ाकर 25 हजार रुपया कर दिया गया है। इसको लेकर दिशा निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं।

World की 5 सबसे शक्तिशाली अटैक हेलीकॉप्टर, 1 भारत के पास

नई दिल्ली: अटैक हेलीकॉप्टर विशेष रूप से युद्ध  के लिए डिज़ाइन किए गए होते हैं। इनका मुख्य उद्देश्य दुश्मन के टैंकों, बख़्तरबंद वाहनों और अन्य लक्ष्यों पर प्रभावी हमला करना होता है। आमतौर पर, अटैक हेलीकॉप्टरों में शक्तिशाली हथियार प्रणाली, जैसे कि मशीन गन, मिसाइल और रॉकेट लांचर आदि लगे होते हैं। 

World की 5 सबसे शक्तिशाली अटैक हेलीकॉप्टर, 1 भारत के पास. 

1. बोइंग AH-64E अपाचे गार्जियन (अमेरिका)

यह दुनिया का सबसे शक्तिशाली अटैक हेलीकॉप्टर हैं। इसका इस्तेमाल अमेरिकी सेना करती हैं। इसमें अत्याधुनिक सेंसर, मशीन गन, मिसाइल और रॉकेट लांचर लगे हैं। ये अटैक हेलीकॉप्टर भारत ने भी अमेरिका से खरीदा हैं।

2. बेल AH-1Z वाइपर (अमेरिका)

यह यूएस मरीन कॉर्प्स के लिए प्राथमिक रोटरक्राफ्ट हैं। इसमेंचार-ब्लेड वाला कम्पोजिट रोटर, उन्नत एवियोनिक्स, और विभिन्न प्रकार के हथियार लगाए गए हैं। इसका इस्तेमाल अमेरिकी सेना करती हैं।

3. कामोव Ka-52 एलीगेटर (रूस)

यह सभी मौसमों और दिन-रात के ऑपरेशन के लिए डिज़ाइन किया गया। इसमें इलेक्ट्रॉनिक काउंटरमेशर्स, गाइडेड मिसाइलें, और 30 मिमी तोप आदि लगाया गया हैं।

4. मिल एमआई-28 (रूस)

इसे "नाइट हंटर" के नाम से जाना जाता है। यह रात के मिशनों के लिए उपयुक्त हैं। इसमें गाइडेड मिसाइलें और 30 मिमी तोप आदि लगाए गए हैं।

5. यूरोकॉप्टर टाइगर (फ्रांस/जर्मनी)

इसे फ्रांस और जर्मनी ने संयुक्त रूप से निर्माण किया हैं। यह एंटी-टैंक और हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों के साथ सुसज्जित हैं।

अमेरिका में ये 13 व्यक्ति बने हैं 2-2 बार 'राष्ट्रपति'

नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति संयुक्त राज्य अमेरिका का प्रमुख कार्यकारी अधिकारी होता है। वह सरकार के कार्यों का नेतृत्व करता है और कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों का निर्वहन करता है। राष्ट्रपति का चुनाव हर चार साल में होता है, और वह अधिकतम दो कार्यकाल (अर्थात् 10 वर्ष) तक रह सकता है।

अमेरिकी संविधान का 22वां संशोधन

अमेरिकी संविधान का 22वां संशोधन 27 फरवरी 1951 को पारित हुआ। इस संशोधन का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रपति के कार्यकाल को सीमित करना था। संशोधन के अनुसार, कोई भी व्यक्ति अधिकतम दो बार राष्ट्रपति के रूप में चुना जा सकता है। इसका मतलब है कि यदि कोई व्यक्ति एक बार राष्ट्रपति चुना जाता है, तो वह केवल एक और बार फिर से चुना जा सकता है।

विशेष प्रावधान: यदि कोई व्यक्ति राष्ट्रपति पद पर 2 साल या उससे कम समय के लिए कार्य करता है (उदाहरण के लिए, यदि वह उपराष्ट्रपति है और राष्ट्रपति की जगह लेता है), तो वह उसे दो पूर्ण कार्यकाल तक फिर से चुनने का हकदार प्राप्त होता हैं।

अमेरिका में ये 13 व्यक्ति बने हैं 2-2 बार 'राष्ट्रपति'.

अमेरिका में कुल 13 राष्ट्रपति ऐसे हुए हैं जिन्होंने दो कार्यकाल पूरे किए हैं। जिसमे जॉर्ज वाशिंगटन, थॉमस जेफरसन, जेम्स मेडिसन, जेम्स मोनरो, एंड्रयू जैक्सन, एस ग्रांट, ग्रोवर क्लीवलैंड, वूडरो विल्सन, ड्वाइट डी आइजेनहॉवर, रोनाल्ड रीगन, बिल क्लिंटन, जॉर्ज डब्ल्यू बुश और बराक ओबामा शामिल हैं।

यूपी में किसानों को मिलेंगे 80-80 हजार, आदेश जारी

लखनऊ: यूपी में देसी गाय के पालन के लिए सरकार के द्वारा सब्सिडी दी जा रही हैं। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक मुख्यमंत्री स्वदेशी गो संवर्धन योजना के तहत किसानों को स्वदेशी नस्ल की गाय पालने पर लागत का 40 प्रतिशत अधिकतम 80 हजार रुपये तक का अनुदान मिलेगा।

खबर के अनुसार योगी सरकार ने सभी 75 जनपदों में मुख्यमंत्री स्वदेशी गो संवर्धन योजना का लाभ पशुपालकों एवं किसानों को देने के आदेश दिए हैं। इसका लाभ लेने के लिए सभी जिलों के किसान और पशुपालक आवेदन कर सकते हैं और इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। 

बता दें की इस योजना से ग्रामीण क्षेत्र के नवयुवकों, महिलाओं में पशुपालन को व्यवसाय के रूप में प्रोत्साहन तो मिलेगा ही, साथ ही साथ देशी नस्लों की गायों की नस्ल संवर्धन के क्षेत्र में भी क्रांतिकारी कार्य होगा। इससे दूध के उत्पादन में भी बढ़ोत्तरी आएगी। 

दरअसल इस योजना का लाभ अन्य प्रदेशों से स्वदेशी नस्ल की गंगातीरी, थारपारकर, गिर, साहीवाल, हरियाणवी, रेड सिंधी आदि गाय पालने पर ही दिया जाएगा। दो गायें संरक्षित करने वाले पशुपालकों को 80,000 रुपये का अनुदान देने का प्रवधान किया गया हैं।

बिहार में 'जमीन बंटवारे' से जुड़े सर्वे के ये 5 नियम

पटना: बिहार में इस समय जमीन सर्वे का काम चल रहा हैं। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक इस जमीन सर्वे में बंटवारे वाली जमीन का भी सर्वे किया जायेगा। इसके लिए सर्वे अधिकारियों ने जानकारी दी हैं। इस सर्वे की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए जमीन रैयत को कुछ नियम का पालन करना होगा।

बिहार में 'जमीन बंटवारे' से जुड़े सर्वे के ये 5 नियम:

1 .बिहार में जमीन सर्वे के दौरान, सभी पक्ष आपसी सहमति से अपनी ज़मीन का बंटवारा करके शेड्यूल बनाकर हस्ताक्षरित आवेदन सर्वे टीम को दें। 

2 . सभी पक्ष आपसी सहमति से अपनी ज़मीन का बंटवारा करके शेड्यूल आवेदन सर्वे टीम को देते हैं तो सर्वे के दौरान ही उस बंटवारे को मान्यता मिल जाएगी और नया खतियान भी उसी हिसाब से तैयार हो जाएगा। 

3 .बिहार भूमि सर्वेक्षण 2024 के दौरान पुश्तैनी संपत्ति का बंटवारा करने का यह सबसे अच्छा मौका है। इस नियम का पालन करते हुए सभी भाई जमीन का अलग-अलग कागज तैयार कर सकते हैं। 

4 .बिहार भूमि सर्वेक्षण 2024 में  मौखिक बंटवारा मान्य नहीं होगा। अगर बंटवारा सिर्फ़ मौखिक तौर पर हुआ है, तो सर्वे अधिकारी उसे नहीं मानेंगे। 

5 .अगर किसी भाई की मौत हो चुकी है, तो उसके बच्चों का हस्ताक्षर ज़रूरी है। वहीं, सर्वे के लिए, सभी भाइयों और बहनों के हस्ताक्षर भी जरूरी हैं।

5वीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान, किस-किस देश के पास हैं

नई दिल्ली: 5वीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों की पहचान कुछ खास विशेषताओं के आधार पर की जाती है, जैसे कि स्टेल्थ तकनीक, उच्च गति, और उन्नत इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली। इन विमानों में मल्टी-रोल क्षमताएँ होती हैं, जिससे वे विभिन्न प्रकार के मिशनों को अंजाम दे सकते हैं।

एक रिपोर्ट के मुताबिक पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान बनाने में अभी तक चार देशों को सफलता मिली हैं। जिसमे अमेरिका, रूस, चीन के साथ तुर्की शमिल हैं। जिसने पांचवी पीढ़ी के लड़ाकू विमान को तैयार कर लिया हैं। इसके अलावे भारत, जापान समेत कई देश इसके विकास की प्रक्रिया में हैं। 

बता दें की अमेरिका के पास लॉकहीड मार्टिन एफ़-22 रैप्टर और एफ़-35 लाइटनिंग II पांचवी पीढ़ी के लड़ाकू विमान हैं। जबकि चीन के पास चेंगदू जे-20, रूस के पास सुखोई एसयू-57 और तुर्की के पास KAAN स्टेल्थ फ़ाइटर जेट हैं, जो पांचवी पीढ़ी के लड़ाकू विमान हैं। 

5वीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान, किस-किस देश के पास हैं?

1 .संयुक्त राज्य अमेरिका: F-22 रैप्टर, F-35 लाइटनिंग II.

अमेरिका में वायुसेना, मरीन और नौसेना के बीच करीब 200 F-35 सक्रिय सेवा में हैं। जबकि F-22 186 सक्रिय सेवा में हैं।

2 .रूस: Су-57 (सुखोई 57)

यूरो न्यूज के मुताबिक, रूस के पास केवल 32 लड़ाकू विमान Su-57 हैं। जबकि कई का निर्माण कार्य किया जा रहा हैं।

3 .चीन: चेंगदु J-20, शेनयांग FC-31

कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन के पास करीब 200 चेंगदू जे-20 लड़ाकू विमान सक्रिय हैं। चीन तेजी के साथ इसका निर्माण कर रहा हैं। 

4 .तुर्की : KAAN स्टेल्थ फाइटर जेट। 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तुर्की ने पांचवी पीढ़ी के KAAN स्टेल्थ फाइटर जेट तैयार कर लिया हैं। जल्द ही इसे सक्रिय सेवा में शामिल करेगा।

यूपी में 34459 कर्मियों पर कार्रवाई, मचा हड़कंप

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में नौकरी करने वाले राज्यकर्मियों के लिए एक बड़ी खबर आ रही हैं। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक यूपी में 34459 राज्यकर्मियों पर बड़ी कार्रवाई हुई हैं। सरकार ने दीपावली के मौके पर ही इन राज्यकर्मियों का वेतन रोक दिया हैं, जिससे हड़कंप मच गया हैं। 

खबर के अनुसार यूपी सरकार ने द्वारा बार-बार आदेश जारी करने के बावजूद भी इन राज्यकर्मियों ने अब तक अपनी अच-अचल संपत्ति का वार्षिक ब्योरा मानव संपदा पोर्टल के माध्यम से नहीं दिया है। जिसके कारण इनके वेतन को रोक दिया गया हैं।

बता दें की भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस की नीति के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी राज्यकर्मियों की संपत्ति का ब्योरा मानव संपदा पोर्टल पर सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। लेकिन फिर भी बहुत से राज्यकर्मियों ने अपनी संपत्ति का ब्यौरा नहीं हैं।

मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने संपत्ति का ब्योरा न देने वाले प्रथम श्रेणी के 1,817, द्वितीय श्रेणी के 4,143, तृतीय श्रेणी के 22,188, चतुर्थ श्रेणी के 6,311 कर्मी। वहीं, राज्य में प्रथम श्रेणी के कुल 13,244, द्वितीय श्रेणी के 40,748, तृतीय श्रेणी के 5,75,007 और चतुर्थ श्रेणी के 2,01,614 कर्मी के वेतन रोकने के आदेश दिए हैं।

बिहार में इन सभी संविदा कर्मचारियों की सैलरी बढ़ी

पटना: बिहार में नौकरी करने वाले संविदा कर्मचारियों के लिए एक बड़ी खबर आ रही हैं। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक बिहार सरकार ने संविदा पर नियोजित कनीय अभियंताओं के मानदेय में भारी वृद्धि की है। इसको लेकर सरकार के द्वारा दिशा निर्देश जारी किया गया हैं। 

खबर के अनुसार बुधवार को जल संसाधन एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया हैं की संविदा पर नियोजित कनीय अभियंताओं के मानदेय में बढ़ोत्तरी की गई हैं।  उन्होंने बताया कि वेतन वृद्धि तत्काल प्रभाव से ही लागूू हो गई है।

आपको बता दें की राज्य के सभी विभागों के कनीय अभियंताओं का नोडल विभाग जल संसाधन ही है। इसलिए मानदेय वृद्धि की अधिसूचना भी जल संसाधन विभाग से जारी हुई है। इन कर्मियों को अब प्रतिमाह 34 हजार की जगह 60 हजार रुपये मिलेंगे। 

दरअसल बिहार सरकार के सभी विभागों में संविदा पर नियुक्त कनीय अभियंताओं की संख्या करीब दो हजार है। सरकार ने इन सभी के मानदेय में बढ़ोत्तरी करने के निर्देश दिए हैं। इससे पहले साल 2019 में इनके मानदेय में वृद्धि की गई थी, अब एक बार फिर से इनका मानदेय बढ़ा हैं।

यूपी में लगेंगे 7 रोजगार मेले, युवाओं को मिलेगी जॉब

न्यूज डेस्क: उत्तर प्रदेश में नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं के लिए एक अच्छी खबर आ रही हैं। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक यूपी के मेरठ में 7 रोजगार मेले का आयोजन किया जायेगा। इस मेले के माध्यम से प्रदेश के युवाओं को नौकरी प्रदान की जाएगी। 

उत्तर प्रदेश शासन के दिशा निर्देशानुसार क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय मेरठ के द्वारा नवंबर माह में कुल 7 रोजगार मेलों का आयोजन किया जाएगा। जो युवा नौकरी प्राप्त करना चाहते हैं वो अपने सभी दस्तावेजों के साथ इस मेला में उपस्थित हो सकते हैं। इसको लेकर निर्देश दिए गए हैं। 

बता दें की इस रोजगार मेला में 8वीं, 10वीं, 12वीं, आईटीआई, पॉलिटेक्निक, ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएट सहित विभिन्न प्रकार के डिग्री वाले युवा उपस्थित हो सकते हैं। इस मेला में सीधे इंटरव्यू के माध्यम से विभिन्न पदों पर युवाओं का चयन किया जायेगा। 

दरअसल सहायक निदेशक शशि भूषण उपाध्याय ने जानकारी देते बताया हैं की दीपावली के बाद पहला रोजगार मेला 5 नवंबर को आयोजित किया जाएगा। उसके बाद 8 नवंबर को, फिर 12 नवंबर को, इसके बाद 20 नवंबर, 24 नवंबर, 26 नवंबर और 30 नवंबर को रोजगार मेला लगेगा।

बिहार में मोबाइल से डाउनलोड करें 'जमीन रसीद'

पटना: बिहार में जमीन से जुड़ी रसीद सीधे मोबाइल पर मिल सकती है। इसके लिए आपको बिहार रजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की वेबसाइट पर जा कर ऑनलाइन के द्वारा जमीन का लगान जमा करना होगा। इसके बाद जमीन की रसीद को डाउनलोड कर सकते हैं। 

खबर के अनुसर बिहार में इस समय जमीन सर्वे का काम चल रहा हैं। लेकिन बहुत से लोगों के बाद जमीन के कागजात नहीं हैं, जिसके कारण सर्वे कराने में दिक्कत हो रही हैं। ऐसे में बिहार के लोग ऑनलाइन के द्वारा जमीन का रसीद, खतियान आदि डाउनलोड कर सर्वे की प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं। 

बिहार में मोबाइल से डाउनलोड करें 'जमीन रसीद'

1 .अपने मोबाइल फोन में गूगल क्रोम को ओपन करें।

2 .अब विभाग की वेबसाइट https://biharbhumi.bihar.gov.in/Biharbhumi/ पर जाए। 

3 .इसके बाद आपको वेबसाइट के होम पेज पर भू-लगान के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।

4 .अब आपके सामने वेबसाइट https://www.bhulagan.bihar.gov.in/ ओपन होगा। इसमें ऑनलाइन भुकतान करें पर क्लिक करें। 

5 .इसके बाद जमीन से संबंधित मांगी गई कुछ जानकारी को सही सही भरकर सब्मिट करें और फिर ऑनलाइन के जमीन का लगान जमा करें। 

6 .जैसे ही जमीन का लगान जम हो जायेगा, इसके बाद आप जमीन की रसीद को डाउनलोड कर प्रिंट करा लें। इसका इस्तेमाल सभी जगह कर सकते हैं।

यूपी में 31 अक्टूबर के साथ 1 नवंबर को भी छुट्टी

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में रहने वाले लोगों के लिए एक बड़ी खबर आ रही हैं। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक योगी सरकार ने 31 अक्टूबर के साथ अब 1 नवंबर को भी सार्वजनिक अवकाश घोषित किया हैं। जिससे प्रदेश के लोगों की बल्ले-बल्ले हो गई हैं।

खबर के अनुसार उत्तर प्रदेश में 31 अक्टूबर को दिवाली मनाई जाइएगी। हालांकि कुछ जगहों पर 1 नवंबर को भी दिवाली मनाई जाएगी। जिसे देखते हुए योगी सरकार ने 31 अक्टूबर के साथ साथ 1 नवंबर को भी छुट्टी का ऐलान किया हैं। इस दिन स्कूल-कॉलेज-ऑफिस बंद रहेंगे। 

बता दें की अपर मुख्य सचिव जितेन्द्र कुमार ने अवकाश की सूचना जारी करते हुए कहा है की प्रदेश में एक नवंबर को सार्वजनिक अवकाश रहेगा। साथ ही उन्होंने ये भी स्पष्ट किया की कि अगले शनिवार यानी 9 नवंबर को शासकीय कार्यालय खोले जाएंगे। 

अपर मुख्य सचिव जितेन्द्र कुमार कहा की अगले शनिवार को सभी काम सामान्य दिनों की तरह करने होंगे। इसी शर्त पर 31 अक्टूबर के साथ 1 नवंबर को दिवाली का अवकाश घोषित किया गया है। यदि की उत्तर प्रदेश के लोगों को अगले कुछ दिन लंबी छुट्टी मिलने वाली हैं।

INDIA को क्यों नहीं मिल रहा वीटो पॉवर, ये देश बाधा

नई दिल्ली: वीटो पॉवर वह विशेष अधिकार है जो कुछ देशों को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में दिया गया है। वर्तमान में, अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस और ब्रिटेन को यह अधिकार प्राप्त है। इसका मतलब है कि यदि कोई भी इन स्थायी सदस्यों में से एक प्रस्ताव का विरोध करता है, तो वह प्रस्ताव पास नहीं हो सकता। 

खबर के अनुसार वीटो पॉवर का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सुरक्षा परिषद में कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय एकतरफा न हो और इसके लिए स्थायी सदस्यों की सहमति आवश्यक हो। लेकिन यह भी आलोचना का कारण बनता है, क्योंकि कभी-कभी यह वैश्विक सुरक्षा और स्थिरता के लिए जरूरी कदमों को रोक देता हैं। 

बता दें की दुनिया के कई देश भारत के लिए वीटो पावर का समर्थन करते हैं। इसमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और रूस शामिल हैं। लेकिन चीन नहीं चाहता की भारत को कभी वीटो पावर की शक्ति मिले। इसलिए चीन इसका हर बार विरोध करता हैं। 

चीन का भारत के वीटो पॉवर के लिए विरोध क्यों?

1 .क्षेत्रीय प्रतिस्पर्धा: भारत और चीन के बीच क्षेत्रीय शक्ति संघर्ष है। चीन को डर है कि भारत को वीटो पॉवर मिलने से उसकी अपनी स्थिति कमजोर होगी।

2 .राजनीतिक दृष्टिकोण: चीन भारत के बढ़ते वैश्विक प्रभाव को सीमित करना चाहता है। वीटो पॉवर भारत को अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर अधिक प्रभावशाली बना देगा, जिसे चीन नहीं चाहता।

3 .सामरिक संबंध: चीन, पाकिस्तान के साथ अपने मजबूत संबंधों के कारण भी भारत को बढ़ावा देने के खिलाफ है। पाकिस्तान, भारत का प्रतिकूल पड़ोसी है, और चीन भारत को शक्तिशाली बनाने के लिए सहमत नहीं होगा।

4 .सुरक्षा चिंताएँ: चीन को यह चिंता है कि भारत वीटो पॉवर मिलने पर उसके खिलाफ किसी भी संभावित कार्रवाई में अधिक सक्रिय हो सकता है, जिससे क्षेत्रीय स्थिरता प्रभावित हो सकती है।

दुनिया में केवल 8 देशों के पास हैं ICBM मिसाइलें

नई दिल्ली: ICBM (Intercontinental Ballistic Missile) एक प्रकार की मिसाइल होती है, जिसे एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप पर परमाणु या अन्य प्रकार का वॉरहेड ले जाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। ICBM की रेंज 5,500 किलोमीटर (लगभग 3,400 मील) से अधिक हो सकती है, जिससे यह किसी भी महाद्वीप पर निशाना बना सकती है।

खबर के अनुसार दुनिया में केवल 8 देश ही ऐसे हैं, जिनके पास ICBM मिसाइलें मौजूद हैं। इसमें संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस, चीन, फ़्रांस, भारत, यूनाइटेड किंगडम, इज़राइल, उत्तर कोरिया शामिल हैं। इन देशों के पास पावरफुल ICBM मिसाइलें मौजूद हैं। 

दुनिया में केवल 8 देशों के पास हैं ICBM मिसाइलें।

1 .अमेरिका:

अमेरिका के पास सबसे ज्यादा 400 से अधिक ICBM हैं, जो मुख्य रूप से तीन एयरबेस पर तैनात हैं।

LGM-30 Minuteman-3: रेंज लगभग 10,000 किमी, LGM-30F Minuteman-2: रेंज लगभग 11,265 किमी, LGM-118 Peacekeeper: रेंज लगभग 14,000 किमी, Titan-2: रेंज लगभग 16,000 किमी।

2 .रूस:

रूस के पास लगभग 286 ICBM हैं, इसमें से कई मिसाइलें तैनात हैं। रूस के पास RS-28 Sarmat, RS-24 Yars, R-36 (SS-18) ICBM हैं। इनकी रेंज 6,000 किमी से लेकर 18,000 किमी तक है।

3 .चीन:

चीन के पास भी कई प्रकार की ICBM हैं। जिसमे DF-4: रेंज 5,500 किमी से 7,000 किमी, DF-31: रेंज 7,200 किमी से 11,200 किमी, DF-41: रेंज 12,000 किमी से 15,000 किमी।

4 .उत्तर कोरिया:

उत्तर कोरिया के पास भी ICBM मिसाइलें मौजूद हैं। जैसे Hwasong-14, 15, और 16 आदि। इन मिसाइलों की रेंज 6,700 किमी से 13,000 किमी तक है।

5 .ब्रिटेन:

ब्रिटेन के पास ICBM क्षमता है। इसके पास मुख्य रूप से Trident II (D5) मिसाइलें हैं, जो परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हैं। ये मिसाइलें ब्रिटेन के सबमरीन पर तैनात हैं। इसकी लगभग 12,000 किमी हैं। 

6 .फ़्रांस:

फ्रांस के पास भी ICBM क्षमता है, जो मुख्य रूप से M51 मिसाइल प्रणाली के माध्यम से है। इसकी रेंज लगभग 8,000 से 10,000 किमी, जो इसे रणनीतिक लक्ष्यों को निशाना बनाने में सक्षम बनाती है।

7 .भारत:

भारत के पास ICBM क्षमता है, जिसमें कई प्रकार की मिसाइलें शामिल हैं। Agni-5 की रेंज लगभग 5,000 से 8,000 किमी। यह कई वारहेड ले जाने की क्षमता रखती है और इसे भारत की सबसे उन्नत ICBM माना जाता है।

8 .इजरायल:

इजरायल के पास भी ICBM क्षमता होने की जानकारी है, लेकिन इसकी स्थिति और ऑपरेशनल क्षमता के बारे में अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं है।

यूपी में शुरू करें बिजनेस, सरकार देगी 5 लाख रुपये

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में यदि आप बिजनेस करना चाहते हैं तो आपके लिए एक अच्छा मौका हैं। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान योजना के तहत युवाओं को स्वरोजगार के लिए सरकार वित्तीय सहायता प्रदान कर रही हैं। इसका लाभ लेकर आप खुद का बिजनेस शुरू कर सकते हैं। 

बता दें की इस योजना के तहत, योग्य युवा उद्यमियों को बिना गारंटी के 5 लाख रुपये तक का लोन दिया जा रहा हैं। सरकार ने इस योजना का लक्ष्य 10 वर्ष में 10 लाख सूक्ष्म इकाइयों की स्थापना करने का रखा हैं। जिससे युवाओं को बिजनेस स्थापित करने का मौका मिलेगा। 

खबर के अनुसार इस योजना के तहत आवेदन के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता कक्षा आठ निर्धारित की गई है। लेकिन इंटर पास आवेदकों को पहले प्राथमिकता मिलेगी। यदि आप इसका लाभ लेना चाहते हैं तो इसके लिए आवेदन कर सकते हैं और इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। 

दरअसल मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान योजना के तहत पहले पांच लाख का लोन मिलेगा। वहीं, पांच लाख के ऋण का चार वर्षों में सफल भुगतान करने वाले युवाओं को 10 लाख रुपये का ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। जिस पर ब्याज में उन्हें 50 प्रतिशत की छूट भी मिलेगी। 

बिहार में JEE और NEET की मिलेगी फ्री कोचिंग

पटना: बिहार में रहने वाले लोगों के लिए एक बड़ी खबर आ रही हैं। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक बिहार में JEE और NEET की कोचिंग फ्री मे मिलेगी। इसके लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) ने आवेदन आमंत्रित किये हैं। आप इसका लाभ उठाने के लिए 15 नवंबर तक आवेदन कर सकते हैं। 

खबर के अनुसार बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) इंजीनियरिंग (जेईई मेन) और मेडिकल (नीट यूजी) की तैयारी के लिए आवासीय कोचिंग की सुविधा उपलब्ध कराती हैं। इस कोचिंग में  लिखित परीक्षा और साक्षात्कार के आधार पर चयन किया जाता हैं। 

बता दें की चयनित बच्चों को नौ प्रमंडलीय जिलों पटना, मुजफ्फरपुर, छपरा, दरभंगा, सहरसा, पूर्णियां, भागलपुर, गया एवं मुंगेर में जेइइ मेन तथा नीट यूजी की तैयारी करायी जाती हैं। यदि आप यहां पढ़ाई करना चाहते हैं तो जल्द से जल्द आवेदन को पूरा करें। 

कौन कर सकता हैं आवेदन : किसी भी बोर्ड से 10वीं किया हो, लेकिन 2025 में 11वीं में बिहार बोर्ड में एडमिशन लेने वाले विद्यार्थी आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने के लिए शुल्क 100 रुपया निर्धारित किया गया हैं। आवेदन के लिए आप वेबसाइट https://coaching.biharboardonline.com/index पर विजिट करें।

BEL बेंगलुरु में 10 Senior Engineer की वैकेंसी

न्यूज डेस्क: BEL बेंगलुरु में 10 Senior Engineer की वैकेंसी निकली हैं। इसके लिए भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड(BEL) की वेबसाइट पर नोटिश जारी किया गया हैं। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार प्रकाशित नोटिफिकेशन को अच्छी तरह से पढ़ें और आवेदन को पूरा करें।

पद का नाम : Senior Engineer.

पदों की संख्या : कुल 10 पद। 

योग्यता : इन पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों की योग्यता पदों के अनुसार बीई, बीटेक, एमटेक आदि निर्धारित किया गया हैं।

आयु सीमा : भर्ती नोटिफिकेशन के अनुसार इन पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों की अधिकतम आयु सीमा 32 वर्ष निर्धारित किया गया हैं। 

आवेदन प्रक्रिया : इच्छुक और योग्य उम्मीदवार भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड(BEL) की वेबसाइट पर जा कर नोटिश को पढ़ें और आवेदन करें। 

आधिकारिक वेबसाइट : https://bel-india.in/

वेतनमान : 50000-160000/- Per Month

नौकरी करने का स्थान : बेंगलुरु।

आवेदन की अंतिम तिथि : 20 नवंबर 2024

यूपी में 278 करोड़ रुपये से बनेगा फोरलेन सड़क

न्यूज डेस्क: उत्तर प्रदेश में रहने वाले लोगों के लिए एक बड़ी खबर आ रही हैं। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक यूपी में कुल 278 करोड़ रुपये की लागत से फोरलेन सड़क बनाया जायेगा। ये सड़क उत्तर प्रदेश के नोएडा से फरीदाबाद के बीच बनाया जायेगा।

खबर के अनुसार इस सड़क के निर्माण को लेकर  उत्तर प्रदेश शासन ने हरी झंडी दे दी है। इसके तहत साहूपुरा से पल्ला तक आगरा नहर के किनारे एक फोरलेन सड़क का निर्माण किया जाएगा। इसको लेकर डीपीआर तैयार किया जा रहा हैं।

बता दें की जिस सड़क पर फोरलेन सड़क बननी हैं, जो जमीन सिंचाई विभाग की हैं। यूपी सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया है कि डीपीआर बनाने का काम शुरू हो चुका है। टेंडर प्रक्रिया नवंबर में शुरू की जाएगी और फिर इसका निर्माण कार्य किया जायेगा। 

दरअसल पिछले साल 23 दिसंबर 2023 को फरीदाबाद-मेट्रोपोलिटन डिवेलपमेंट अथॉरिटी (FMDA) ने चार लेन की सड़क बनाने का प्रस्ताव मंजूर किया, जिसके लिए कुल 278 करोड़ रुपये का खर्च अनुमानित है। सबकुछ ठीक रहा तो दिसंबर से इस सड़क का निर्माण शुरू हो जायेगा।

अहमदाबाद में Research Associate की भर्ती

न्यूज डेस्क: अहमदाबाद में Research Associate की भर्ती निकली हैं। इसके लिए आईआईएम अहमदाबाद की आधिकारिक वेबसाइट पर नोटिश जारी किया गया हैं। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार प्रकाशित नोटिफिकेशन को अच्छी तरह से पढ़ें और आवेदन करें।

पद का नाम : Research Associate

योग्यता : आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों की योग्यता master’s degree in data science/ data analytics/ business analytics/ or any other degrees आदि निर्धारित किया गया हैं।

चयन प्रक्रिया : भर्ती नोटिफिकेशन के अनुसार इन पदों पर उम्मीदवारों का चयन इंटरव्यू के माध्यम से किया जायेगा। अधिक जानकारी के लिए नोटिश देखें। 

आवेदन प्रक्रिया : आप आईआईएम अहमदाबाद की आधिकारिक वेबसाइट पर जा कर नोटिश को पढ़ें और दिए गए निर्देशों के अनुसार आवेदन करें। 

आवेदन की तिथि : इच्छुक और योग्य उम्मीदवार इन पदों के लिए 30 नवंबर 2024 तक आवेदन कर सकते हैं। इसके बाद आवेदन समाप्त हो जायेगा। 

आधिकारिक वेबसाइट : https://www.iima.ac.in/the-institute/administration/working-with-us

चयनित उम्मीदवारों का वेतन : नियमानुसार। 

नौकरी करने का स्थान : अहमदाबाद।

दुनिया के इन देशों के पास है सबसे ज्यादा 'सोना'

नई दिल्ली: सोना एक बहुमूल्य धातु है, जो अपने सुंदरता, स्थायित्व और मौद्रिक मूल्य के लिए प्रसिद्ध है। इसका उपयोग आभूषण, निवेश, और औद्योगिक अनुप्रयोगों में किया जाता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में नौ देश ऐसे हैं, जिनके पास सबसे ज्यादा सोना मौजूद हैं। 

सोना का आर्थिक महत्त्व:

1 .मौद्रिक प्रणाली: सोना कई देशों की मौद्रिक प्रणाली में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसे रिजर्व के रूप में रखा जाता है, जिससे मुद्रा की स्थिरता बढ़ती है।

2 .सुरक्षित निवेश: आर्थिक अनिश्चितताओं या मुद्रास्फीति के दौरान, निवेशक सोने में निवेश करना पसंद करते हैं। यह "सुरक्षित आश्रय" के रूप में कार्य करता है।

3 .वैश्विक व्यापार: सोने का व्यापार विश्व स्तर पर सबसे ज्यादा होता है। यह विभिन्न देशों के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूत करता है।

4 .समृद्धि का प्रतीक: जिन देशों के पास अधिक सोने का भंडार होने से उनकी आर्थिक ताकत और समृद्धि का संकेत मिलता है।

दुनिया के इन देशों के पास है सबसे ज्यादा 'सोना'

1 .अमेरिका: 8,136.46 टन

2 .जर्मनी: 3,352.65 टन

3 .इटली: 2,451.84 टन

4 .फ्रांस: 2,436.88 टन

5 .रूस: 2,332.74 टन

6 .चीन: 2,191.53 टन

7 .स्विट्जरलैंड: 1,040 टन

8 .जापान: 845.97 टन

9 .भारत: 800.78 टन

बिहार में एक और एयरपोर्ट से शुरू होगी उड़ान

न्यूज डेस्क: बिहार में रहने वाले लोगों के लिए एक बड़ी खबर आ रही हैं। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक बिहार के रक्सौल एयरपोर्ट से जल्द ही उड़ान सेवा शुरू की जाएगी। क्यों की इस एयरपोर्ट का निर्माण कार्य प्रारम्भ होने वाला हैं। इसकी तैयारी की जा रही हैं।

खबर के अनुसार एयरपोर्ट के निर्माण और विस्तार के लिए भूमि चिंहित कर दाखिल-खारिज व भूमि का सीमांकन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई हैं। अंचल कार्यालय ने स्थल निरीक्षण व भूमि की पैमाइश के उपरांत अधिग्रहण किये जाने वाली भूमि पर निशान लगा दिया है।

बता दें की आगामी माह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एयरपोर्ट का शिलान्यास करने पहुंचने वाले हैं। ऐसे में उम्मीद की जा रही हैं की जल्द ही इस एयरपोर्ट का निर्माण किया जाएगा और यहां के लोगों के लिए उड़ान सेवा भी बहाल कर दी जाएगी। इससे लोगों का आवागवन बेहतर होगा। 

दरअसल बिहार में अभी पटना, गया और दरभंगा तीन ही एयरपोर्ट ऐसे हैं, जहां से उड़ान सेवा संचालित की जाती हैं। जल्द ही रक्सौल एयरपोर्ट से भी उड़ान सेवा बहाल होगी। जिससे रक्सौल समेत आसपास के कई जिलों के लोगों को सीधा फायदा मिलेगा।

बिहार के 4 जिलों में पटाखों पर लगा बैन, आदेश लागू

पटना: बिहार में रहने वाले लोगों के लिए एक बड़ी खबर आ रही हैं। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक बिहार में प्रदूषण के बढ़ते मामलों को देखते हुए बिहार सरकार ने राज्य के चार जिलों में पटाखों पर बैन लगा दिया हैं। इसको लेकर आदेश जारी कर दिए गए हैं।

खबर के अनुसार बिहार के पटना, गया, मुजफ्फरपुर और हाजीपुर में खराब AQI लेवल के कारण सुप्रीम कोर्ट और NGT ने सभी तरह के पटाखों पर प्रतिबंध लगाया हैं। इसको लेकर बिहार सरकार और जिला प्रशासन ने भी आदेश जारी कर सख्ती दिखानी शुरू कर दी हैं। 

बता दें की बिहार के पटना, गया, मुजफ्फरपुर और हाजीपुर में सभी तरह के पटाखों पर प्रतिबंध लगाया गया हैं। यह फैसला इन शहरों में बिगड़ती वायु गुणवत्ता को देखते हुए लिया गया है, जहां AQI लेवल 'खराब', 'बहुत खराब' और 'गंभीर' श्रेणियों में है।

दरअसल जिला प्रशासन ने सभी नागरिकों से भी अपील की है कि वे पटाखों का इस्तेमाल न करें। वहीं सरकार के आदेश का पटना, गया, मुजफ्फरपुर और हाजीपुर में सख्ती से पालन किया जायेगा और नियम तोड़ने वाले लोगों पर कार्रवाई भी की जाएगी।

लुधियाना : Office Manager समेत 22 पदों पर भर्ती

लुधियाना : Office Manager समेत 22 पदों पर भर्ती निकली हैं। ये भर्ती भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) के द्वारा निकाली गई हैं। इसके लिए आधिकारिक वेबसाइट पर नोटिश जारी किया गया हैं। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार प्रकाशित नोटिफिकेशन को पढ़ें और आवेदन करें। 

पद का नाम: Office Manager and Various Posts.

पदों की संख्या : कुल 22 पद। 

योग्यता : इन पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों की योग्यता पदों के अनुसार निर्धारित किया गया हैं। अधिक जानकारी के लिए नोटिश देखें। 

आयु सीमा : इन पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों की अधिकतम आयु सीमा 45 वर्ष निर्धारित किया गया हैं। अधिक जानकारी के लिए नोटिश देखें। 

आवेदन प्रक्रिया : आप भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) की वेबसाइट पर जा कर नोटिश को पढ़ें और आवेदन की प्रक्रिया को पूरा करें। 

आधिकारिक वेबसाइट : https://www.cci.gov.in/

चयनित उम्मीदवारों का वेतन : 44900-216600/- Per Month

आवेदन करने की अंतिम तिथि : 17 दिसंबर 2024 

यूपी में 51-51 हजार रुपये दे रही योगी सरकार

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में रहने वाले गरीब वर्ग के लोगों के लिए एक अच्छी खबर आ रही हैं। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत, राज्य के आर्थिक रूप से कमज़ोर परिवारों की बेटियों और विधवा या तलाकशुदा महिलाओं के विवाह में मदद कर रही हैं।

खबर के अनुसार इस योजना के तहत सरकार हर जोड़े के विवाह पर 51,000 रुपये की आर्थिक मदद देती है। इस रकम में से 35,000 रुपये दुल्हन के खाते में जमा किए जाते हैं। वहीं, 10,000 रुपये की रकम वैवाहिक सामग्री खरीदने के लिए दी जाती है। 

इसके अलावा, आयोजन के लिए 6,000 रुपये भी दिए जाते हैं। यदि आप इसका लाभ लेना चाहते हैं तो आप यूपी सरकार के संबंधित वेबसाइट पोर्टल पर जा कर ऑनलाइन के द्वारा आवेदन कर सकते हैं। आपको बता दें की ऑनलाइन के द्वारा आवेदन की जा रही हैं। 

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के लिए ज़रूरी शर्तें:

आवेदक परिवार उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए। 

परिवार की सालाना आय सभी स्रोतों से दो लाख रुपये से ज़्यादा नहीं होनी चाहिए।

लड़की की उम्र कम से कम 18 साल होनी चाहिए और दूल्हे की उम्र 21 साल होनी चाहिए।

योजना का लाभ उन्हीं लड़कियों को मिलेगा जिनका विवाह तय हो गया है और पहले शादी नहीं हुई है।

प्रदेश की विधवा महिलाएं और कानूनी तौर पर तलाक़शुदा महिलाएं भी इस योजना का लाभ ले सकती हैं।

दुश्मनों को ढूंढकर मारती है भारत की ये मिसाइल

नई दिल्ली: भारत की मिसाइल प्रणाली में कई प्रकार की मिसाइलें शामिल हैं, जो दुश्मनों को पहचानकर उन्हें निशाना बना सकती हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत की अस्त्र मिसाइल दुश्मन को ढूंढकर उसका काम तमाम करती हैं। यह हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल है, जिसे भारतीय वायु सेना के लिए विकसित किया गया है।

भारत की अस्त्र मिसाइल की 7 बड़ी ताकत।

1 .सटीकता: अस्त्र मिसाइल उच्च सटीकता के साथ लक्ष्यों को निशाना बनाने में सक्षम है, जिससे यह दुश्मन के विमानों को प्रभावी ढंग से नष्ट कर सकती है।

2 .रेंज: इसकी रेंज लगभग 110 किलोमीटर है, जो इसे लंबी दूरी के हवाई मुकाबलों में उपयोगी बनाती है। इसका इस्तेमाल लड़ाकू विमान में किया जाता हैं।

3 .ऑनबोर्ड रडार: अस्त्र में एक स्वदेशी ऑनबोर्ड रडार होता है, जो दुश्मन के विमानों का पता लगाने और उन्हें ट्रैक करने में मदद करता है।

4 .उच्च गति: यह मिसाइल सुपरसोनिक गति से उड़ान भरती है, जिससे दुश्मन के विमानों को जवाब देने का समय कम मिलता है।

5 .कई प्रकार के लक्ष्य: अस्त्र मिसाइल हवा में उड़ रहे विमानों, ड्रोन और अन्य हवाई खतरों के खिलाफ प्रभावी है, जिससे इसकी बहुउपयोगिता बढ़ती है।

6 .कम खर्च: इसके विकास में भारतीय तकनीक का उपयोग किया गया है, जिससे यह लागत प्रभावी है और स्वदेशी रक्षा उद्योग को बढ़ावा मिलता है।

7 .इंटीग्रेशन: अस्त्र मिसाइल को भारतीय वायुसेना के विभिन्न लड़ाकू विमानों में इंटीग्रेट किया जा सकता है, जिससे इसकी तैनाती में लचीलापन मिलता है।

बिहार में गैरमजरुआ जमीन की बंदोबस्ती को लेकर बदलेगा नियम

पटना: बिहार में रहने वले लोगों के लिए एक बड़ी खबर आ रही हैं। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक बिहार में गैरमजरुआ जमीन की बंदोबस्ती को लेकर नियम में बदलाव किया जा सकता हैं। इसको लेकर बिहार सरकार कानून लाने की तैयारी कर रही हैं। 

खबर के अनुसार राजस्व विभाग बंदोबस्ती कानून में किसी प्रकार के बदलाव से पहले कानूनी विशेषज्ञों से राय मांगी है। जल्द ही इसपर फैसला लिया जा सकता हैं और गैरमजरुआ जमीन की बंदोबस्ती के नियम में कुछ बड़े बदलाव किये जा सकते हैं। 

बता दें की बिहार में जिन लोगों के परिवार तीन पीढ़ियों से बेलगानी जमीन पर रह रहे हैं, सरकार उनके रिकॉर्ड की जांच करेगी और इस नई व्यवस्था के तहत अगर उस जमीन की बंदोबस्ती उस परिवार के नाम से होगी तो सरकार उस जमीन का नये सिरे से लगान भी तय करेगी। 

दरअसल बिहार में जमींदारी प्रथा के तहत गैर मजमरुआ जमीन की रैयतों के नाम बंदोबस्ती होती थी लेकिन उसपर लगान नहीं वसूला जाता था। लेकिन सरकार अब इसमें बदलाव करेगी और गैरमजरुआ जमीन की बंदोबस्ती होने पर लगान की भी वसूली करेगी। हालांकि अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई हैं।

बिहार में CHO के 4500 पदों पर वैकेंसी

पटना: बिहार में CHO के 4500 पदों पर वैकेंसी निकली हैं। इसके लिए State Health Society, Bihar के द्वारा नोटिश जारी किया गया हैं। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार प्रकाशित नोटिफिकेशन को अच्छी तरह से पढ़ें और आवेदन की प्रक्रिया को समय से पहले पूरा करें।

पद का नाम :  Community Health Officer (CHO)

पदों की संख्या : कुल 4500 पद। 

योग्यता : इन पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों की योग्यता  GNM/ B.Sc. Nursing/ Post Basic B.Sc (Nursing). आदि होनी चाहिए। 

आयु सीमा : इन पदों पर आवेदन करने के लिए न्यूनतम आयु सीमा 21 वर्ष और अधिकतम आयु सीमा 42 वर्ष निर्धारित किया गया हैं। आयु में छूट की जानकारी के लिए नोटिश देखें। 

आवेदन शुल्क :  UR/EWS/ BC/EBC Male Candidates के लिए 500/-, UR/EWS/ BC/EBC Female Candidates के लिए 250/-, SC/ ST, Bihar Domicile Male & Female Candidates के लिए 250/-, Female & Male PwD Candidates के लिए 250/- रुपया। 

आवेदन प्रक्रिया : आप State Health Society, Bihar की वेबसाइट पर जा कर नोटिश को पढ़ें और दिए गए निर्देशों के अनुसार आवेदन करें।

आधिकारिक वेबसाइट : https://shs.bihar.gov.in/

आवेदन की अंतिम तिथि : 21 नवंबर 2024 

बिहार के स्कूलों में दिवाली-छठ की 4 दिन छुट्टी

पटना: बिहार में सरकारी स्कूलों में पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए एक बड़ी खबर आ रही हैं। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक बिहार के सरकारी स्कूलों में इस बार दिवाली-छठ की चार दिन छुट्टी रहेगी। इसको लेकर दिशा निर्देश जारी कर दिया गया हैं। 

खबर के अनुसार बिहार सरकार ने दिवाली के लिए महज 1 दिन की छुट्टी यानी 31 अक्टूबर को स्कूल बंद किया है। जबकि छठ पूजा के लिए तीन दिन छुट्टी की घोषणा की गई हैं। इसको लेकर सरकार के द्वारा दिशा निर्देश जारी कर दिया गया हैं। 

बता दें की बिहार के सभी सरकारी स्कूलों में 31 अक्टूबर को दिवाली पर छुट्टी रहेगी। वहीं छठ की 7, 8 और 9 नवंबर को छुट्टी दी गई है। चार दिवसीय महापर्व छठ की शुरुआत 5 नवंबर नहाय खाय के साथ हो रही है। 6 नवंबर को खरना, 7 नवंबर को संध्या कालीन अर्घ्य और 8 नवंबर को सुबह का अर्घ्य होना है। 

लेकिन बिहार में नहाय खाय और खरना दोनों दिन को सरकारी स्कूल खुले रहेंगे। सरकार ने सिर्फ  7, 8 और 9 नवंबर को छुट्टी की घोषणा की हैं। इस घोषणा से सरकारी स्कूलों के शिक्षक खासकर दीपावली और छठ की छुट्टियों में कटौती के कारण नाराज हैं।

World के 5 सबसे महंगे लड़ाकू विमान, एक भारत के पास

नई दिल्ली: लड़ाकू विमान एक प्रकार का सैन्य विमान है जिसे विशेष रूप से दुश्मन के हवाई या जमीनी लक्ष्यों को नष्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है। ये विमान उच्च गति, बेहतर उड़ान क्षमताओं और विभिन्न प्रकार के हथियारों से लैस होते हैं। इसे बनाने में अरबों रुपये का खर्च आता हैं।

World के 5 सबसे महंगे लड़ाकू विमान। 

1 .एफ-35 लाइटनिंग II: अमेरिका का F-35 दुनिया का सबसे महंगा लड़ाकू विमान हैं। इसके एक यूनिट की कीमत औसतन 150-200 मिलियन डॉलर (12,45,24,37,500- 16,60,32,50,000 रुपये तक होती है।

2 .एफ-22 रैप्टर : इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर अमेरिका का एफ-22 रैप्टर का नाम आता हैं। एक एफ-22 रैप्टर की कीमत 143 मिलियन डॉलर (11,87,13,23,750 रुपये) के आसपास पड़ती है। अमेरिका ने इसे किसी देश को नहीं बेचा हैं।

3 .यूरोफाइटर टाइफून: यूरोफाइटर टाइफून दुनिया के सबसे उन्नत लड़ाकू विमानों में से एक है। एक यूरोफाइटर टाइफून की कीमत 124 मिलियन डॉलर (10,29,40,15,000 रुपये) होती है। यह दुनिया का तीसरा सबसे महंगा फाइटर जेट हैं।

4 .F-15EX ईगल II: अमेरिका का यह लड़ाकू विमान दुनिया का चौथा सबसे महंगा लड़ाकू विमान हैं। एक F-15EX ईगल II लड़ाकू विमान की कीमत 117 मिलियन डॉलर (9,71,29,01,250 रुपये) है।

5 .डसॉल्ट राफेल: यह दुनिया के सबसे महंगे लड़ाकू विमानों में शामिल है। राफेल के एक यूनिट की कीमत लगभग 115 मिलियन डॉलर (9,54,68,68,750 रुपये) होती है। भारत ने फ्रांस से इस लड़ाकू विमान को खरीदा। 

नोट : लड़ाकू विमान की कीमत अपग्रेड के अनुसार बदलती रहती हैं।

World में केवल 6 देशों के पास है 'लेजर हथियार'

नई दिल्ली: लेजर हथियार ऐसे हथियार होते हैं जो उच्च-ऊर्जा लेजर किरणों का इस्तेमाल करके लक्ष्यों को नष्ट या नुकसान पहुंचाते हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में केवल कुछ देशों के पास लेजर हथियार विकसित करने और इस्तेमाल करने की क्षमता है। इनमें अमेरिका, रूस, चीन, इजरायल, भारत और ब्रिटेन शामिल हैं।

खबर के अनुसार दुनिया के ये देश विभिन्न प्रकार के लेजर हथियारों पर शोध और विकास कर रहे हैं, जो कि रक्षा और सैन्य उपयोगों के लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं। लेजर हथियार तेजी से लक्ष्य को भेदने और उनकी नष्ट करने की क्षमता रखते हैं, और इन्हें मिसाइल रक्षा, ड्रोन जेनरेटर, और अन्य सैन्य अनुप्रयोगों में प्रयोग किया जा सकता है।

'लेजर हथियार' की 6 बड़ी ताकत क्या हैं?

1 .उच्च गति: लेजर किरणें प्रकाश की गति से चलती हैं, जिससे लक्ष्य तक पहुँचने में कोई समय नहीं लगता। यह उन्हें त्वरित प्रतिक्रिया के लिए आदर्श बनाता है।

2 .सटीकता: लेजर हथियार अत्यधिक सटीक होते हैं, जिससे ये लक्ष्यों को भेदने में कम त्रुटि करते हैं। इससे नागरिकों और आसपास के क्षेत्र को कम नुकसान होता है।

3 .कम लागत: एक बार स्थापित हो जाने के बाद, लेजर हथियारों का संचालन पारंपरिक हथियारों की तुलना में कम खर्चीला हो सकता है।

4 .कम रखरखाव: लेजर सिस्टम की संरचना सरल होती है, जिससे इन्हें बनाए रखना आसान होता है। यह पारंपरिक हथियारों की तुलना में अधिक विश्वसनीयता प्रदान कर सकता है।

5 .विविधता: लेजर हथियारों का उपयोग विभिन्न सैन्य और नागरिक अनुप्रयोगों में किया जा सकता है, जैसे मिसाइल रक्षा, ड्रोन नष्ट करना, और यहाँ तक कि भीड़ नियंत्रण में।

6 .हाइपरसोनिक: लेजर हथियारों की क्षमता हाइपरसोनिक मिसाइलों को रोक सकती हैं। हाइपरसोनिक मिसाइलें आवाज़ की गति से पांच गुना या उससे अधिक गति से चलती हैं, जिससे उन्हें रोकना चुनौतीपूर्ण होता है। 

यूपी के 24 PPS अधिकारी बने IPS, देखें पूरी लिस्ट

लखनऊ: दीपावली से पहले यूपी के पीपीएस अधिकारियों को पदोन्नति की सौगात मिली हैं। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक विभागीय प्रोन्नति समिति की बैठक में वर्ष 1994, 1995 और 1996 बैच के पीपीएस अधिकारियों को आईपीएस काडर में पदोन्नती करने का फैसला लिया गया हैं। 

खबर के अनुसार राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मंगलवार को नोटिफिकेशन जारी कर दिया। अब ये PPS अधिकारी IPS के पद पर प्रमोट हो जाएंगे।  51 से 57 वर्ष आयु वर्ग के पीपीएस अधिकारियों को धनतेरस के मौके पर प्रमोशन का लाभ दिया गया है।

बता दें की यूपीएससी की 7 अक्टूबर को हुई बैठक में उत्तर प्रदेश राज्य पुलिस सेवा के 24 अधिकारियों को आईपीएस में प्रमोशन देने पर मंजूरी दी गई थी। अब मंगलवार को इसकी लिस्ट जारी की गई हैं। जिससे इन अधिकारियों की बल्ले-बल्ले हो रही हैं।

आईपीएस काडर में पदोन्नत अधिकारियों की लिस्ट?

लाल भरत कुमार पाल, रश्मि रानी, अनिल कुमार यादव, 

श्योराम यादव, अशोक कुमार, दीपेंद्र नाथ चौधरी, मायाराम,

बजरंग बली, दिनेश यादव, समीर सौरभ, मो. इरफान अंसारी, 

अजय प्रताप, नैपाल सिंह, कमलेश बहादुर, राकेश कुमार सिंह, 

लक्ष्मी निवास मिश्रा, राजेश कुमार श्रीवास्तव, चिरंजीव नाथ सिन्हा, 

विश्वजीत श्रीवास्तव, मनोज कुमार अवस्थी, अमृता मिश्रा, रोहित मिश्रा, 

बिहार में किसानों को 45-45 हजार दे रही सरकार

पटना: बिहार में खेती करने वाले किसानों के लिए एक अच्छी खबर आ रही हैं। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक फल विकास योजना के तहत बिहार सरकार राज्य के किसानों को पपीता की खेती के लिए 45000 रुपये दे रही हैं। इसका लाभ लेने के लिए किसान आवेदन कर सकते हैं। 

खबर के अनुसार राज्य में पपीता के पैदावार को बढ़ाने के लिए प्रति हेक्टेयर पपीता की खेती के लिए अनुदान की राशि प्रथम वर्ष 33,750 रूपये तथा द्वितीय वर्ष 11,250 रूपये  निर्धरित किया गया हैं। इसका लाभ बिहार के सभी जिलों के किसानों को मिलेगा। 

बता दें की योजना का लाभ न्यूनतम 0.25 एकड़ (0.1 हे०) तथा अधिकतम 10 एकड़ (4 हे०) के लिए देय होगा। इसके लिए दिशा निर्देश जारी कर दिया गया हैं। जो किसान पपीता की खेती करना चाहते हैं वो इस योजना का लाभ उठा सकते हैं और ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

ऐसे करें आवेदन : बिहार के किसान उद्यान निदेशालय,कृषि विभाग,बिहार की आधिकारिक वेबसाइट पर जा कर फल से संबंधित योजना पर क्लिक करें। इसके बाद पपीता विकास योजना पर क्लिक कर ऑनलाइन के द्वारा आवेदन को पूरा करें।