World में केवल 6 देशों के पास है 'लेजर हथियार'

नई दिल्ली: लेजर हथियार ऐसे हथियार होते हैं जो उच्च-ऊर्जा लेजर किरणों का इस्तेमाल करके लक्ष्यों को नष्ट या नुकसान पहुंचाते हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में केवल कुछ देशों के पास लेजर हथियार विकसित करने और इस्तेमाल करने की क्षमता है। इनमें अमेरिका, रूस, चीन, इजरायल, भारत और ब्रिटेन शामिल हैं।

खबर के अनुसार दुनिया के ये देश विभिन्न प्रकार के लेजर हथियारों पर शोध और विकास कर रहे हैं, जो कि रक्षा और सैन्य उपयोगों के लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं। लेजर हथियार तेजी से लक्ष्य को भेदने और उनकी नष्ट करने की क्षमता रखते हैं, और इन्हें मिसाइल रक्षा, ड्रोन जेनरेटर, और अन्य सैन्य अनुप्रयोगों में प्रयोग किया जा सकता है।

'लेजर हथियार' की 6 बड़ी ताकत क्या हैं?

1 .उच्च गति: लेजर किरणें प्रकाश की गति से चलती हैं, जिससे लक्ष्य तक पहुँचने में कोई समय नहीं लगता। यह उन्हें त्वरित प्रतिक्रिया के लिए आदर्श बनाता है।

2 .सटीकता: लेजर हथियार अत्यधिक सटीक होते हैं, जिससे ये लक्ष्यों को भेदने में कम त्रुटि करते हैं। इससे नागरिकों और आसपास के क्षेत्र को कम नुकसान होता है।

3 .कम लागत: एक बार स्थापित हो जाने के बाद, लेजर हथियारों का संचालन पारंपरिक हथियारों की तुलना में कम खर्चीला हो सकता है।

4 .कम रखरखाव: लेजर सिस्टम की संरचना सरल होती है, जिससे इन्हें बनाए रखना आसान होता है। यह पारंपरिक हथियारों की तुलना में अधिक विश्वसनीयता प्रदान कर सकता है।

5 .विविधता: लेजर हथियारों का उपयोग विभिन्न सैन्य और नागरिक अनुप्रयोगों में किया जा सकता है, जैसे मिसाइल रक्षा, ड्रोन नष्ट करना, और यहाँ तक कि भीड़ नियंत्रण में।

6 .हाइपरसोनिक: लेजर हथियारों की क्षमता हाइपरसोनिक मिसाइलों को रोक सकती हैं। हाइपरसोनिक मिसाइलें आवाज़ की गति से पांच गुना या उससे अधिक गति से चलती हैं, जिससे उन्हें रोकना चुनौतीपूर्ण होता है। 

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