5वीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान, किस-किस देश के पास हैं

नई दिल्ली: 5वीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों की पहचान कुछ खास विशेषताओं के आधार पर की जाती है, जैसे कि स्टेल्थ तकनीक, उच्च गति, और उन्नत इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली। इन विमानों में मल्टी-रोल क्षमताएँ होती हैं, जिससे वे विभिन्न प्रकार के मिशनों को अंजाम दे सकते हैं।

एक रिपोर्ट के मुताबिक पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान बनाने में अभी तक चार देशों को सफलता मिली हैं। जिसमे अमेरिका, रूस, चीन के साथ तुर्की शमिल हैं। जिसने पांचवी पीढ़ी के लड़ाकू विमान को तैयार कर लिया हैं। इसके अलावे भारत, जापान समेत कई देश इसके विकास की प्रक्रिया में हैं। 

बता दें की अमेरिका के पास लॉकहीड मार्टिन एफ़-22 रैप्टर और एफ़-35 लाइटनिंग II पांचवी पीढ़ी के लड़ाकू विमान हैं। जबकि चीन के पास चेंगदू जे-20, रूस के पास सुखोई एसयू-57 और तुर्की के पास KAAN स्टेल्थ फ़ाइटर जेट हैं, जो पांचवी पीढ़ी के लड़ाकू विमान हैं। 

5वीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान, किस-किस देश के पास हैं?

1 .संयुक्त राज्य अमेरिका: F-22 रैप्टर, F-35 लाइटनिंग II.

अमेरिका में वायुसेना, मरीन और नौसेना के बीच करीब 200 F-35 सक्रिय सेवा में हैं। जबकि F-22 186 सक्रिय सेवा में हैं।

2 .रूस: Су-57 (सुखोई 57)

यूरो न्यूज के मुताबिक, रूस के पास केवल 32 लड़ाकू विमान Su-57 हैं। जबकि कई का निर्माण कार्य किया जा रहा हैं।

3 .चीन: चेंगदु J-20, शेनयांग FC-31

कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन के पास करीब 200 चेंगदू जे-20 लड़ाकू विमान सक्रिय हैं। चीन तेजी के साथ इसका निर्माण कर रहा हैं। 

4 .तुर्की : KAAN स्टेल्थ फाइटर जेट। 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तुर्की ने पांचवी पीढ़ी के KAAN स्टेल्थ फाइटर जेट तैयार कर लिया हैं। जल्द ही इसे सक्रिय सेवा में शामिल करेगा।

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