World में 4 देशों के पास है एंटी सैटेलाइट मिसाइल

नई दिल्ली: एंटी सैटेलाइट मिसाइल (ASAT) एक प्रकार की मिसाइल है जो उपग्रहों को नष्ट करने के लिए विकसित की गई है। इन मिसाइलों का मुख्य उद्देश्य दुश्मन के सैटेलाइट्स को निष्क्रिय करना है, जिससे कि संचार, निगरानी और अन्य महत्वपूर्ण क्षमताएं प्रभावित हो सकें। 

एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में सिर्फ चार देश ही ऐसे हैं, जिनके पास एंटी सैटेलाइट मिसाइल मौजूद हैं। जिसमे अमेरिका, रूस, चीन, और भारत शामिल हैं। इन चार देशों के पास धरती के बाहर सैटेलाइट्स को निष्क्रिय करने का पावर मौजूद हैं।

भारत के कब किया एंटी सैटेलाइट मिसाइल का टेस्ट: भारत ने 27 मार्च 2019 को अपने पहले एंटी सैटेलाइट मिसाइल (ASAT) का सफल परीक्षण किया था। इस मिशन का नाम "मिशन शक्ति" रखा गया। इस परीक्षण के तहत भारत ने अपने प्रक्षिप्त ए-सैटेलाइट को नष्ट किया, जो कक्षा में स्थित था। 

भारत के ASAT मिसाइल की 5 ताकत।

1 .सटीकता: भारत की ASAT मिसाइलें अत्यधिक सटीकता के साथ लक्ष्यों को नष्ट करने में सक्षम हैं, जिससे दुश्मन के सैटेलाइट्स को प्रभावी ढंग से निशाना बनाया जा सकता है।

2 .सामरिक लाभ: ASAT क्षमताएँ भारत को रणनीतिक रूप से मजबूती प्रदान करती हैं, जिससे दुश्मन की संचार और निगरानी क्षमताओं को कमजोर किया जा सकता है।

3 .लॉन्चिंग क्षमता: भारत के पास विभिन्न प्लेटफार्मों से ASAT मिसाइल लॉन्च करने की क्षमता है, जैसे कि सुपरसोनिक और रॉकेट प्रणाली आदि।

4 .अंतरिक्ष सुरक्षा: ASAT तकनीक का विकास भारत को अंतरिक्ष में अपनी सुरक्षा को सुनिश्चित करने और वैश्विक स्तर पर एक प्रमुख शक्ति के रूप में स्थापित करने में मदद करता है।

5 .टेक्नोलॉजिकल आत्मनिर्भरता: भारत ने स्वदेशी तकनीक का उपयोग करके ASAT मिसाइल विकसित की है, जिससे देश की रक्षा क्षमताओं में आत्मनिर्भरता बढ़ी है।

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