World में सिर्फ इन देशों के पास है हाइड्रोजन बम

नई दिल्ली: हाइड्रोजन बम, जिसे थर्मोन्यूक्लियर बम भी कहा जाता है, एक शक्तिशाली परमाणु हथियार है जो फ्यूजन (संलयन) प्रक्रिया का उपयोग करता है। इसमें, हाइड्रोजन के आइसोटोप, जैसे ड्यूटेरियम और ट्रिटियम, उच्च तापमान और दबाव के तहत मिलकर हीलियम बनाने के लिए फ्यूज होते हैं, जिससे विशाल मात्रा में ऊर्जा उत्पन्न होती है।

खबर के अनुसार दुनिया के नौ देशों के पास हाइड्रोजन बम है। जिसमे अमेरिका, रूस, फ़्रांस, चीन, यूनाइटेड किंगडम, पाकिस्तान, भारत, इज़राइल, उत्तर कोरिया शामिल हैं। हालांकि आधिकारिक रूप से कुछ ही देशों के पास हाइड्रोजन बम की ताकत हैं। 

लेकिन कई खुफिया रिपोर्ट ये बतलाती हैं की पाकिस्तान, भारत, इज़राइल और उत्तर कोरिया के पास कोई कार्यशील थर्मोन्यूक्लियर डिवाइस ("हाइड्रोजन बम") नहीं है। लेकिन उनके पास इसे बनाने की क्षमता होने की संभावना है, क्योंकि उनके पास विखंडन-आधारित परमाणु बम प्रौद्योगिकी है। 

हाइड्रोजन बम की मुख्य विशेषताएँ:

ऊर्जा का स्रोत: हाइड्रोजन बम की ऊर्जा नाभिकीय संलयन से आती है। 

विस्फोट की तीव्रता: हाइड्रोजन बम की विस्फोटक क्षमता पारंपरिक परमाणु बम की तुलना में कई गुना अधिक होती है।

डिज़ाइन: आमतौर पर, हाइड्रोजन बम में पहले एक फिशन बम (परमाणु बम) का उपयोग किया जाता है, जो संलयन प्रक्रिया को शुरू करता है।

भारत का टेस्ट : भारत ने साल 1998 में एक "थर्मोन्यूक्लियर डिवाइस" का परीक्षण किया था, जिसे हाइड्रोजन बम माना गया था। 

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