खबर के अनुसार राजेंद्र नगर अतिविशिष्ट नेत्र रोग अस्पताल को स्वास्थ्य विभाग निजी हाथों में दे सकती है, इसके लिए निजी अस्पतालों से बातचीत की जा रही हैं। रविवार को बेंगलुरू स्थित एक निजी अस्पताल के चिकित्सक व पदाधिकारी इसका निरीक्षण करने पहुंचे।
बता दें की वर्तमान में यह अस्पताल प्रभारी निदेशक के अलावा सिर्फ चार प्रतिनियुक्त डॉक्टर व चार बांड डॉक्टरों के सहारे चल रहा है। हालांकि इसके बावजूद यहां हर दिन चार से पांच मोतियाबिंद सर्जरी के साथ कई महंगी जांचें मुफ्त की जा रही है।
दरअसल अस्पताल में डॉक्टर और चिकित्साकर्मियों की कमी है फिर भी यहां हर दिन 300 से अधिक मरीजों को मुफ्त सेवाएं दी जा रही हैं। यदि बेड संख्या के अनुसार यहां चिकित्सकों व चिकित्साकर्मियों की नियुक्त की जाए तो यह प्रदेश का बड़ा अस्पताल बन सकता है।
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