खबर के अनुसार इनका उपयोग मुख्य रूप से युद्ध के मैदान में दुश्मन की एयर डिफेंस क्षमताओं को बर्बाद करने के लिए किया जाता हैं। दुनिया में कुछ ही देश ऐसे हैं, जिनके पास एंटी रेडिएशन मिसाइलें मौजूद हैं। ये सूंघ कर इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम का पता लगा लेती हैं और उसे खत्म कर देती हैं।
रुद्रम-2 : यह भारत की एक उन्नत एंटी रेडिएशन मिसाइल है, जिसे विशेष रूप से वायु सेना के लिए विकसित किया गया है। यह मिसाइल भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा बनाई गई है और इसे वायु-से-भूमि और भूमि-से-भूमि दोनों प्रकार के लक्ष्यों पर उपयोग किया जा सकता है।
इस मिसाइल की प्रमुख विशेषताएँ:
1 .उन्नत मार्गदर्शन प्रणाली: रुद्रम-2 में अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम और सेंसर होते हैं, जो इसे दुश्मन के रडार और अन्य इलेक्ट्रॉनिक लक्ष्यों को स्वचालित रूप से ट्रैक और निशाना बनाने में सक्षम बनाते हैं।
2 .स्वतंत्रता: यह मिसाइल शत्रु के रडार के सक्रिय होने पर भी इसे पहचान सकती है और उसकी दिशा में जाकर हमला कर सकती है, जिससे यह दुश्मन की एयर डिफेंस प्रणाली को निष्प्रभावित करने में सक्षम होती है।
3 .दूरी: यह मिसाइल मध्यम दूरी तक लक्ष्यों को नष्ट कर सकती है, जिससे वायु सेना को एक महत्वपूर्ण सामरिक लाभ मिलता है।
4 .उपयोग: रुद्रम-2 का उपयोग दुश्मन के रडार स्टेशनों, मिसाइल लांचर और अन्य महत्वपूर्ण इलेक्ट्रॉनिक लक्ष्यों को नष्ट करने के लिए किया जाता है, जिससे युद्ध की स्थिति में वायु सेना की प्रभावशीलता बढ़ती है।
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