रेडिएशन से हो सकते हैं गंभीर स्वास्थ्य खतरे
यह रिपोर्ट बताती है कि हम जिन डिवाइस का रोज़ाना इस्तेमाल करते हैं, वे हमारे शरीर के बेहद करीब होते हैं। खासतौर पर जब हम कॉल पर होते हैं, तो स्मार्टफोन हमारे कान और ब्रेन के बेहद करीब होता है, जिससे हाई रेडिएशन शरीर पर नकारात्मक असर डाल सकता है। इस रेडिएशन को SAR (Specific Absorption Rate) यूनिट में मापा जाता है, जो दर्शाता है कि एक व्यक्ति के शरीर ने कितनी मात्रा में रेडिएशन को अवशोषित किया।
सबसे ज़्यादा रेडिएशन छोड़ने वाले 15 स्मार्टफोन
रैंक: स्मार्टफोन मॉडल: SAR दर (W/kg)
1 .मोटोरोला एज : 1.79
2 .ZTE AXON 11 5G: 1.59
3 .वनप्लस 6T: 1.55
4 .सोनी एक्सपीरिया XA2 प्लस: 1.41
5 .गूगल पिक्सल 3 XL: 1.39
6 .गूगल पिक्सल 4a; 1.37
7 .ओप्पो रेनो5 5G: 1.37
8 .सोनी एक्सपीरिया XZ1 कॉम्पैक्ट: 1.36
9 .गूगल पिक्सल 3: 1.33
10 .वनप्लस 6: 1.33
11 .ZTE AXON 7 मिनी: 1.29
12 .हुआवेई P Smart: 1.27
13 .वनप्लस 9: 1.26
14 .हुआवेई नोवा 2: 1.25
15 .सोनी एक्सपीरिया XZ प्रीमियम: 1.21
यूज़र्स को क्या करना चाहिए?
हेडफोन या ईयरबड्स का इस्तेमाल करें, ताकि डिवाइस को सीधा कान से न लगाना पड़े। लंबे समय तक कॉल करने से बचें, और टेक्स्ट या वॉइस मैसेज का इस्तेमाल करें। फोन को सोते समय सिर के पास न रखें। अगर संभव हो तो लो SAR वैल्यू वाले स्मार्टफोन को प्राथमिकता दें।
SAR की सुरक्षित सीमा क्या है?
अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार, SAR की सुरक्षित सीमा 1.6 W/kg मानी जाती है। जिन स्मार्टफोन्स की SAR वैल्यू इससे अधिक होती है, वे शरीर पर अधिक रेडिएशन प्रभाव डाल सकते हैं। अगर आप इन स्मार्टफोन में से किसी का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो ज़रूरी है कि थोड़ी सावधानी बरती जाए। टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करें, लेकिन अपने स्वास्थ्य को नज़रअंदाज़ न करें।
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