बता दें की यह योजना "पहले आओ, पहले पाओ" के आधार पर लागू की जा रही है, जिसका मतलब है कि जिन किसानों के आवेदन पहले आएंगे, उन्हें पहले सोलर पंप मिलेगा। यह योजना उन किसानों के लिए बेहद लाभकारी साबित होगी, जो अपनी कृषि भूमि पर सिंचाई के लिए पारंपरिक बिजली और डीजल पंपों का उपयोग करते हैं। इन पारंपरिक पंपों से न केवल ऊर्जा की खपत ज्यादा होती है, बल्कि इनकी संचालन लागत भी उच्च होती है। वहीं सोलर पंप न केवल इन खर्चों को कम करेगा, बल्कि यह पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद होगा।
सोलर पंप की लागत और अनुदान विवरण:
2 हॉर्स पावर (एचपी) सोलर पंप: कुल लागत: 1,71,716 रुपये, अनुदान: 1,03,000 रुपये, किसान अंश: 63,686 रुपये
3 हॉर्स पावर (एचपी) सोलर पंप: कुल लागत: 2,32,721 रुपये, अनुदान: 1,38,267 रुपये, किसान अंश: 87,178 रुपये
10 हॉर्स पावर (एचपी) सोलर पंप: कुल लागत: 5,57,620 रुपये, अनुदान: 2,66,000 रुपये, किसान अंश: 2,86,000 रुपये (टोकन राशि: 5,000 रुपये)
योजना का लाभ:
इस योजना का मुख्य लाभ यह है कि इससे किसानों को उनकी सिंचाई के लिए न केवल स्थिर और सस्ती ऊर्जा प्राप्त होगी, बल्कि वे पारंपरिक सिंचाई विधियों पर निर्भरता कम करके अपनी खेती की लागत को भी कम कर सकेंगे। इसके साथ ही, किसानों को सोलर पंप की लागत पर सब्सिडी मिलने से उनका वित्तीय बोझ भी हल्का होगा।
आवेदन प्रक्रिया:
यह योजना "पहले आओ, पहले पाओ" के आधार पर लागू की जा रही है, इसलिए यदि आप इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो आपको जल्दी से जल्दी आवेदन करना होगा। योजना के तहत चयनित किसानों को सोलर पंप और संबंधित उपकरण प्राप्त होंगे, जो उन्हें अपनी कृषि कार्यों के लिए इस्तेमाल करने के लिए उपलब्ध होंगे।
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