क्या है बदलाव का कारण?
शिक्षा विभाग का मानना है कि बीईओ व्यवस्था अब वर्तमान शैक्षणिक जरूरतों और प्रशासनिक चुनौतियों को प्रभावी ढंग से संबोधित नहीं कर पा रही है। इसलिए, एक अधिक दक्ष और परिणामोन्मुखी प्रणाली की आवश्यकता महसूस की गई। यही वजह है कि बिहार शिक्षा प्रशासन संवर्ग नियमावली, 2025 को स्वीकृति देकर AEDO पद सृजित किए जा रहे हैं।
AEDO को क्या जिम्मेदारियां?
AEDO को स्कूलों में गुणवत्ता सुधार, शिक्षकों की निगरानी, शैक्षणिक योजनाओं के क्रियान्वयन और छात्रों के शैक्षिक विकास जैसे अहम कार्य सौंपे जाएंगे। AEDO की नियुक्ति पूरी तरह योग्यता और चयन प्रक्रिया के आधार पर की जाएगी। यह अधिकारी शिक्षा विकास पदाधिकारी (EDO) बनने की दिशा में प्रशिक्षित और प्रोत्साहित किए जाएंगे।
कैसे समाप्त होंगे BEO के पद?
राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि बीईओ के पद अब स्वतः समाप्त होते जाएंगे, जैसे-जैसे वर्तमान पदाधिकारी सेवानिवृत्त होंगे। नए पदों पर नियुक्ति केवल AEDO के रूप में होगी। यह परिवर्तन क्रमिक रूप से होगा, जिससे कि प्रशासनिक कार्यों में कोई बाधा न आए।
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