IVF से बच्चा पैदा करने में कितना खर्च आता हैं, जानें पूरी डिटेल्स!

हेल्थ डेस्क: आईवीएफ (IVF) से बच्चा पैदा करने में लगभग ₹1,50,000 से ₹5,00,000 तक खर्च हो सकता है. यह खर्च कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे कि चुने हुए क्लिनिक, उपचार का प्रकार, और अतिरिक्त तकनीकों की आवश्यकता आदि। हालांकि निसंतान महिलाओं के लिए यह तकनीक बहुत कारगर मानी जाती हैं। इस तकनीक के मदद से महिलाएं मां बन सकती हैं।

IVF प्रक्रिया क्या है?

IVF (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) एक प्रकार की असिस्टेड रिप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजी है जिसमें महिला के अंडाणु और पुरुष के शुक्राणु को लैब में मिलाकर भ्रूण तैयार किया जाता है। इस भ्रूण को फिर महिला के गर्भाशय में डाला जाता है। जिससे महिला गर्भवती हो जाती हैं।

IVF का औसतन खर्च कितना होता है?

भारत में एक IVF साइकल का औसतन खर्च ₹1.2 लाख से ₹2.5 लाख के बीच होता है। हालांकि, यह लागत शहर, क्लिनिक, डॉक्टर की विशेषज्ञता और दवाइयों पर निर्भर करती है। कुछ मामलों में खर्च ₹3-5 लाख तक भी जा सकता है।

IVF के कुल खर्च में क्या-क्या शामिल होता है?

प्रारंभिक जांच और ब्लड टेस्ट, हार्मोनल दवाइयां (Ovarian stimulation), अंडाणु संग्रह (Egg retrieval), शुक्राणु प्रोसेसिंग, भ्रूण तैयार करना और ट्रांसफर, अल्ट्रासाउंड और फॉलो-अप चेकअप, इसके अलावे भी और कई तरह के खर्चे हो सकते हैं।

अलग-अलग शहरों में IVF खर्च का अंतर क्या है

IVF की कीमत मेट्रो सिटी जैसे दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर में थोड़ी ज्यादा हो सकती है, जबकि छोटे शहरों या टियर-2 शहरों में यह खर्च थोड़ा कम हो सकता है। उदाहरण: दिल्ली/मुंबई में इसका खर्च ₹2 - ₹3.5 लाख, जबकि जयपुर/इंदौर में ₹1.2 - ₹2 लाख के आसपास पड़ेगा।

IVF में सफलता दर और साइकल की संख्या

एक IVF साइकल में सफलता की दर लगभग 30-50% होती है। कई बार एक बार में सफलता नहीं मिलती, तो दो या तीन साइकल करनी पड़ती है, जिससे कुल खर्च बढ़ सकता है। हालांकि कुछ हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियां अब IVF कवर दे रही हैं, लेकिन यह सब पॉलिसी पर निर्भर करता है। कुछ राज्य सरकारें या स्कीम्स (जैसे जननी योजना) आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को सब्सिडी या सहायता भी प्रदान करती हैं।

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