इस योजना के तहत राज्य के युवाओं को बिना गारंटी और बिना ब्याज के 5 लाख रुपए तक का लोन दिया जा रहा है। खास बात यह है कि योजना में लोन लेने वाले युवाओं को पहले छह महीने तक कोई ईएमआई नहीं देनी होगी। इतना ही नहीं, अगर युवा चार साल के भीतर लोन चुकता कर देते हैं, तो उन्हें 50 हजार रुपए तक की छूट भी मिल सकती है।
आवेदन की प्रक्रिया
इस योजना का लाभ उठाने के लिए 21 से 40 साल के युवा पात्र हैं। इच्छुक युवा अपने नजदीकी बैंक में अपने स्टार्टअप प्रोजेक्ट के साथ आवेदन कर सकते हैं। जरूरी प्रक्रियाओं और दस्तावेज़ों की जांच के बाद, उन्हें बिना ब्याज और बिना किसी गारंटी के लोन मुहैया कराया जाएगा।
सरकार का उद्देश्य
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि इस योजना के जरिए सरकार का उद्देश्य राज्य में स्टार्टअप कल्चर को बढ़ावा देना और बेरोजगारी को कम करना है। सरकार चाहती है कि युवा सिर्फ नौकरी के पीछे न भागें, बल्कि खुद का व्यवसाय शुरू कर दूसरों को भी रोजगार देने वाले बनें।यह योजना उन युवाओं के लिए सुनहरा अवसर है जो संसाधनों की कमी के कारण अपने आइडिया को व्यवसाय में नहीं बदल पा रहे थे। अब ऐसे युवाओं को सरकार का सीधा सहयोग मिल रहा है।
वाराणसी में 2500 से ज्यादा युवाओं को लाभ
वाराणसी मंडल में इस योजना का असर दिखने भी लगा है। सयुंक्त आयुक्त उद्यम उमेश कुमार सिंह के अनुसार, अब तक यहां 2500 से ज्यादा युवाओं ने इस योजना के तहत रजिस्ट्रेशन कराया है। अकेले वाराणसी जिले में 647 युवाओं को करीब 288 लाख रुपए का लोन मुहैया कराया जा चुका है। इन पैसों की मदद से युवाओं ने अपने-अपने स्टार्टअप की शुरुआत की है और न सिर्फ खुद आत्मनिर्भर बने हैं, बल्कि दूसरों को भी रोजगार देने का कार्य कर रहे हैं।
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