हमले की प्रकृति और सुरक्षा एजेंसियों की प्रतिक्रिया
हमले की भयावहता इस बात से समझी जा सकती है कि यह एक सुनियोजित हमला था, जिसे ऐसे इलाके में अंजाम दिया गया जो पर्यटकों के लिए लोकप्रिय है और अपेक्षाकृत शांत माना जाता था। इस हमले के बाद केंद्र सरकार और राज्य प्रशासन ने सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर डालते हुए पूरे क्षेत्र में हाई इंटेंसिटी सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। विशेष रूप से बैसरन घाटी में सुरक्षा व्यवस्था को अभूतपूर्व स्तर तक बढ़ा दिया गया है।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और सीमा पर तनाव
इस हमले के बाद भारत की संभावित जवाबी कार्रवाई को भांपते हुए पाकिस्तान में खलबली मच गई है। खुफिया सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान ने न केवल एलओसी पर हाई अलर्ट घोषित कर दिया है, बल्कि अपने कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में भी सैन्य गतिविधियों में इज़ाफा किया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही पोस्टों में दावा किया गया है कि पाकिस्तान एयर फोर्स (PAF) ने भारतीय सीमा के करीब स्थित एयरबेसों पर एयरक्राफ्ट की तैनाती बढ़ा दी है। साथ ही सैन्य साजो-सामान की एयरलिफ्टिंग भी शुरू कर दी गई है। पाकिस्तान ने अपनी सीमा पर अतिरिक्त सैन्य बलों को भी तैनात कर दिया है, जो इस बात का संकेत है कि वह भारत की कड़े कार्रवाई से घबराया हुआ हैं।
भारत की नीति और संभावित कदम
भारत ने अभी तक आधिकारिक तौर पर कोई जवाबी सैन्य कार्रवाई की घोषणा नहीं की है, लेकिन हाल के वर्षों में हुई घटनाओं (जैसे उरी और पुलवामा हमलों के बाद की एयर स्ट्राइक) को देखते हुए यह साफ है कि भारत आतंक के खिलाफ "जीरो टॉलरेंस" की नीति पर कायम है। यह भी माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री कार्यालय और सुरक्षा सलाहकारों की बैठक में जवाबी रणनीति पर विचार किया जा रहा है।
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