ई-केवाईसी का महत्व
ई-केवाईसी एक डिजिटल प्रक्रिया है, जिसके तहत राशन कार्ड धारकों की पहचान और उनकी पात्रता की जांच की जाती है। इसके माध्यम से यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि जो व्यक्ति राशन कार्ड का लाभ ले रहे हैं, वे वास्तव में इसके लिए पात्र हैं। ई-केवाईसी प्रक्रिया के तहत सभी राशन कार्ड धारकों को अपनी पहचान और दस्तावेज़ों को ऑनलाइन सत्यापित करना होता है। अगर किसी व्यक्ति का ई-केवाईसी नहीं होता है, तो उसका नाम राशन कार्ड से हटा दिया जाएगा और उसे राशन नहीं मिलेगा।
बरेली जिले में स्थिति
बरेली जिले में अब तक लाखों राशन कार्ड धारकों ने ई-केवाईसी नहीं कराई है। 30 अप्रैल 2025 तक इन सभी राशन कार्ड धारकों को अपनी ई-केवाईसी करानी होगी। यदि वे ऐसा नहीं करते हैं, तो उनका नाम राशन कार्ड से हटा दिया जा सकता है। विभाग ने कोटेदारों के माध्यम से इन लोगों का सत्यापन करना शुरू कर दिया है और उनकी सूची तैयार की जा रही है। इससे पहले भी बरेली जिले में दो साल पहले एक सत्यापन मुहिम चलाई गई थी, जिसमें करीब 2,000 लोगों के राशन कार्ड काटे गए थे।
फर्जी राशन कार्ड की समस्या
राशन कार्ड का उपयोग सिर्फ खाद्यान्न प्राप्त करने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक महत्वपूर्ण पहचानपत्र भी है। कई सरकारी योजनाओं का लाभ राशन कार्ड के जरिए दिया जाता है। इस कारण, यह जरूरी है कि केवल पात्र व्यक्ति ही इसका उपयोग करें। पिछले कुछ वर्षों में विभिन्न राज्यों में फर्जी राशन कार्ड बनाने के मामले सामने आए थे। इस पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने ई-केवाईसी की शुरुआत की। बरेली जिले में भी सत्यापन की प्रक्रिया के दौरान कुछ लोग फर्जी तरीके से राशन कार्ड बनवाने के दोषी पाए गए थे, जिससे यह प्रक्रिया और भी जरूरी हो गई है।
क्या करें राशन कार्ड धारक?
राशन कार्ड धारकों को 30 अप्रैल 2025 तक अपनी ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करनी चाहिए। इसके लिए वे अपने नजदीकी राशन दुकान (कोटेदार) या ऑनलाइन पोर्टल पर जाकर अपना सत्यापन करा सकते हैं। यदि किसी को इस प्रक्रिया में कोई दिक्कत आती है, तो वे संबंधित विभाग से सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
0 comments:
Post a Comment