1. O+ ब्लड ग्रुप: डोनर
O+ ब्लड ग्रुप को "पॉजिटिव ग्रुप्स के लिए यूनिवर्सल डोनर" कहा जाता है। इसका मतलब ये है कि O+ ब्लड A+, B+, AB+, और O+ ब्लड ग्रुप वालों को दिया जा सकता है। इसलिए O+ डोनर ब्लड बैंक्स के लिए बेहद ज़रूरी होते हैं।
2. B+ ब्लड ग्रुप: रिसीविंग
B+ ब्लड ग्रुप वाले लोग B+, B–, O+, और O– से ब्लड ले सकते हैं। यह एक बड़ी हेल्थ एडवांटेज है, क्योंकि इमरजेंसी में ब्लड मिलना थोड़ा आसान हो सकता है। हालांकि, B+ सिर्फ B+ और AB+ को ही डोनेट कर सकता है। इसकी जानकारी आपको होनी चाहिए।
3. भारत में सबसे कॉमन ब्लड ग्रुप्स
O+ और B+ दोनों ही भारत में सबसे आम ब्लड ग्रुप्स में से हैं। एक अनुमान के अनुसार, भारत की लगभग 30-35% आबादी O+ ब्लड ग्रुप के है और 30% के करीब B+ब्लड ग्रुप के। इसलिए इनके डोनर मिलना तुलनात्मक रूप से आसान होता है।
4. हेल्थ से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें
रिसर्च के मुताबिक, O+ ब्लड ग्रुप वालों को दिल की बीमारियों का रिस्क थोड़ा कम होता है, लेकिन उन्हें गैस्ट्रिक अल्सर का खतरा थोड़ा ज़्यादा होता है। वहीं B+ ब्लड ग्रुप वाले लोग स्ट्रेस और इमोशनल इंटेंसिटी के प्रति ज्यादा संवेदनशील माने जाते हैं। हालांकि ये बातें पूरी तरह मेडिकल नहीं हैं, फिर भी कुछ स्टडीज़ में इनका ज़िक्र आता है।
5. ब्लड डोनेशन का सुपरपावर!
O+ और B+ वाले लोग दोनों ही ब्लड डोनेट करके कई ज़िंदगियाँ बचा सकते हैं। अगर आप हेल्दी हैं और 18-60 साल की उम्र के बीच हैं, तो साल में 3-4 बार ब्लड डोनेट करना आपके शरीर और समाज दोनों के लिए फायदेमंद हो सकता है।
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