योजना का उद्देश्य
इस योजना का उद्देश्य उन बुजुर्गों को आयुष्मान भारत योजना से जोड़ना है जो 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के हैं। इस आयुष्मान कार्ड के तहत बुजुर्गों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलेगा, जो स्वास्थ्य उपचार की लागत को काफी हद तक कम करेगा। खासकर ऐसे बुजुर्गों के लिए यह योजना फायदेमंद होगी, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए उच्च खर्च वहन नहीं कर सकते।
वोटर आईडी कार्ड की मदद से बुजुर्गों की पहचान की जाएगी, जिससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि जो बुजुर्ग योजना का लाभ लेने के पात्र हैं, उन्हें किसी भी तरह की कठिनाई न हो। इसके अलावा, जौनपुर और मछलीशहर लोकसभा क्षेत्रों में बुजुर्ग मतदाताओं की संख्या 46 हजार 486 है, जिन्हें इस योजना से जोड़ने के लिए खास ध्यान दिया जाएगा।
शिविरों का आयोजन
योजना को प्रभावी बनाने के लिए पूरे राज्य में 1734 ग्राम पंचायतों में ब्लॉकवार शिविर लगाए जाएंगे। इन शिविरों का उद्देश्य बुजुर्गों को इस योजना के बारे में जानकारी देना और उन्हें आयुष्मान कार्ड प्रदान करना है। ग्रामीण इलाकों में इस तरह के शिविरों के आयोजन से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर बुजुर्ग तक योजना का लाभ पहुंचे और वे मुफ्त इलाज का फायदा उठा सकें।
योजना के लाभ
1 .स्वास्थ्य सेवाओं का सस्ता और आसान उपलब्धता: बुजुर्गों को बेहतर और मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त होंगी, जो उनकी जीवन की गुणवत्ता में सुधार करेंगी।
2 .आर्थिक सुरक्षा: इस योजना के तहत बुजुर्गों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलेगा, जिससे उनके चिकित्सा खर्चों का बोझ कम होगा।
3 .ग्रामीण इलाकों में जागरूकता: शिविरों के माध्यम से बुजुर्गों को योजना के बारे में जानकारी दी जाएगी और उन्हें आवेदन करने में मदद की जाएगी।
4 .समाज के प्रति संवेदनशीलता: यह पहल यह दिखाती है कि सरकार बुजुर्गों के स्वास्थ्य और कल्याण के प्रति संवेदनशील है और उनकी भलाई के लिए कदम उठा रही है।
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